भारत सरकार के द्वारा हाल ही में 118 चाइनीज ऐप्स पर बैन लगाया गया था , जिसमें पबजी मोबाइल और पबजी मोबाइल लाइट दोनों भी शामिल थे, PUBG गेम के पीछे वैसे तो साउथ कोरियन कंपनी का हाथ है, मगर मोबाइल वाले इसके वर्जन में चाइनीज कंपनी टेनसेंट की हिस्सेदारी है. शायद यही बड़ी वजह रही कि ये गेम बैन कर दिया गया। लेकिन अब pubg को वापस लाने की तैयारी चल रही है , मतलब ये है कि पबजी अब इंडिया में टेनसेंट के साथ कोई नाता नहीं रखेगा.
पबजी कॉर्पोरेशन ने कहा
हाल ही में हुई गतिविधियों को देखते हुए पबजी कॉर्पोरेशन ने फ़ैसला किया है कि वह अब इंडिया में पबजी मोबाइल की फ्रैन्चाइज़ टेनसेंट से वापस ले रहा है. अब आने वाले समय में पबजी कॉर्पोरेशन गेम के सारे पब्लिशिंग राइट्स देश के अंदर ही रखेगा.”
पबजी कंपनी ने ये भी कहा कि प्लेयर्स के डेटा की प्राइवेसी और सिक्योरिटी उसके लिए बहुत खास है. वह भारत सरकार के बैन करने वाले निर्णय को समझती है और रेस्पेक्ट करती है. कंपनी ने आगे कहा कि उसे उम्मीद है कि भारत सरकार के साथ मिलकर कुछ ऐसा इंतजाम हो, जिससे गेम वापस आ सके और सब खिलाड़ी फिर से खेल सकें।
क्या होता है ये गेम पब्लिशर?
पबजी मोबाइल और पबजी मोबाइल लाइट का डेवेलपर तो पबजी कॉर्पोरेशन ही है मगर इसका पब्लिशर टेनसेंट था. मिली जानकारी के अनुसार अब या तो पबजी खुद गेम पब्लिश करेगा या फिर किसी और कंपनी को ढूंढेगा.
आइये देखते है ये पब्लिशर क्या होता है?
अगर कोई व्यक्ति किसी किताब को लिखता हैं तो उसे छपवाने के लिए उसे एक पब्लिशर के पास जाना होगा , क्योंकि एक राईटर को सिर्फ राइटिंग का ज्ञान होता है, और पब्लिशर को मार्केट का सही अंदाजा होता है. एक किताब का कवर कैसा होना चाहिए, उसको कहां डिस्ट्रीब्यूट करना है, कैसे मार्केटिंग करनी है और इन सब पर कितना पैसा खर्च करना है; ये सारी चीजें पब्लिशर करता है. ठीक यही काम गेम पब्लिश करने का भी है. गेम डेवेलपर ने गेम बना दिया मगर बाक़ी का सारा काम पब्लिशर का होता है.
सोशल मीडिया पर यह बात फैल रही हैं, कि पबजी ने मशहूर गेमिंग कंपनी गेमलॉफ्ट के साथ पार्टनरशिप कर ली है, लेकिन इसका कोई साक्ष्य नहीं है। पबजी की गेमलॉफ्ट संग पार्टनरशिप जैसी कई सारी खबरें फैलाई जा रही हैं, जब तक कोई साक्ष्यप्रमाण नहीं मिल जाते है तब तक ऐसी अफवाहों से दूर रहें।