रांची। भारतीय रेलवे की इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि सिर्फ एक यात्री को छोडऩे के 535 किलोमीटर की दूरी तय करनीं पड़ी।
लातेहार जिला मे टोरी में टाना भगतों के रेलवे ट्रेक पर चल रहे आंदोलन की वजह से डालटनगंज में राजधानी एक्सप्रेस को रोक दी गई थी। काफी देरी होने पर रेलवे बोर्ड ने सभी यात्रियों को स्पेशल बस से भेजने को कहा। ट्रेन में कुल 930 यात्रियों थे। जिसमें से 929 यात्री ही बस से रांची के लिए निकले। परन्तु एक यात्री जिसका नाम अनन्या बताया जा रहा है। वह बस से नहीं गई। उन्होंने ने कहा जाऊंगी तो राजधानी एक्सप्रेस से ही। यदि बस से जाना होता तो ट्रेन का टिकट क्यों लेती। बस से सफर कर रांची आती। टिकट राजधानी एक्सप्रेस का है तो इसी से जाऊंगी।
जिसके बाद रेलवे अधिकारी भी परेशान हो गए। और फिर अंत मे उनके जिद को रेलवे अधिकारी को मानना पड़। जिसके बाद ट्रेन को गया से गोमो व बोकारो होकर रांची रवाना करना पड़। जिसकी कुल दूरी 535 किलोमीटर थी। अनन्या के साथ कई महिला सिपाही को भी भेजा गया। बीते रात करीब 1.45 में ट्रेन रांची स्टेशन पहुंचा।
डालटनगंज रेलवे स्टेशन प्रबंधक ने बताया कि वह मुगलसराय से रांची के लिए राजधानी एक्सप्रेस में सवार हुई थी। अनन्या ट्रेन की बी-3 कोच में 51 नंबर सीट पर बैठी थी।