रायपुर
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्रीचंद सुंदरानी ने झीरम घाटी एनआईए रिपोर्ट पर कांग्रेस द्वारा की जा रही बजानबाजी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के नेता भूपेश बघेल, रवीन्द्र चौबे, धनेन्द्र साहू, सत्यनारायण शर्मा व मोहम्मद अकबर द्वारा उठाए जा रहे प्रश्न के जवाब में कहा कि एनआईए जांच का फैसला पूर्व में संयुक्त रूप से राज्य व केन्द्र की यूपीए सरकार का था जिससे घटना का सच सामने आ सके और पीडि़तों को इंसाफ मिल सके।
प्रदेश प्रवक्ता श्री सुंदरानी ने संयुक्त रूप से कांग्रेस पार्टी द्वारा एनआईए रिपोर्ट पर राजनीति स्टंट करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह रिपोर्ट सितम्बर माह में चालान के रूप में प्रस्तुत की गई थी जिसका हिन्दी अनुवाद अब सामने आया है जिसे लेकर कांगे्रस पार्टी प्रश्न खड़ा कर रही है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी से चार माह पश्चात रिपोर्ट पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस के सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि एनआईए की जांच के साथ न्यायायिक जांच रिपोर्ट का भी इंतजार करना चाहिए। कांग्रेस पार्टी ने जिन-जिन बातों पर प्रश्न उठाया क्यों उन्होंने कभी एनआईए व न्याययिक जांच आयोग के समक्ष उपस्थित होकर बयान दर्ज कराने के साथ सबूत क्यों प्रस्तुत नहीं किया और अपने नेताओं को इंसाफ दिलाने की कोई कोशिश नहीं की। जोकि पीडि़त परिवार के प्रति कांग्रेस जनों की असंवेदनशीलता प्रकट करती है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि हम सब चाहते हैं कि घटना का सच सामने आना चाहिए और पीडि़तों को इंसाफ मिलना चाहिए।