अम्बिकापुर. अम्बिकापुर के शासकीय कार्यालयो मे शराबखोरी आम बात बन गई है.. लेकिन जब कभी ऐसी शराब पार्टी कैमेरे मे कैद हो जाती है. ये आम बात काफी खास चर्चा का विषय बन जाती है. ऐसी ही चर्चा का विषय बना हुआ है. एक वायरल वीडियो जिसमे जिले के कृषि विभाग के सबसे बडे अधिकारी अपने अधीनस्त अधिकाऱियो के साथ जाम झलकाते नजर आ रहे हैं.
अपनी कार्यप्रणाली के लिए सुर्खियो मे रहने वाले औऱ किसानो की परेशानी के लिए सबसे बडा जिम्मेदार कृषि विभाग एक बार फिर सुर्खियां बटोर रहा है. सुर्खियां बटोरने का मौजूदा कारण एक वीडियो बना है. जिसमे सरगुजा कृषि विभाग के उप संचालक एमआर भगत अपने अधीनस्थ कर्मचारी के साथ कार्यालय के अतिथि गृह मे जाम झलका रहे हैं.. लेकिन कैमरा चालू होने के बाद वो और उनके शराबी मित्रन कमरे भागते भी देखे जा सकते हैं. दरअसल ये वीडियो जिला मुख्यालय के कलेक्टर परिसर मे संचालित उप संचालक कृषि कार्यालय परिसर का हैं. जहां के भूमि संरक्षण कार्यालय लंबे अर्से से अधिकारियो की शराब खोरी का अड्डा बना हुआ था.. लेकिन अब ये वीडियो आने के बाद शराब पार्टी मे शामिल उप संचालक कृषि बहाना बना रहे हैं.
ये वीडियो आने के बाद शराब पार्टी मे शामिल उप संचालक कृषि एमआर भगत ने कहा किया शराब वाली बात असत्य है जो वीडियो वायरल हुआ है उसमें ना तो कहीं गिलास दिख रहा है और ना ही बोतल हमारे स्टाफ लेखापाल शैलेंद्र जैन का जन्मदिन था. और लॉकडाउन होने के कारण रेस्टोरेंट्स भी बंद थे इसलिए हम केक और स्वल्पाहार घर से ही लेकर आए थे और हमारे द्वारा ऑफिस टाइम में भी नहीं बैठा गया था. और हमने सिर्फ शिल्पा हार किया था.
बहुत कम ऐसा होता है कि कोई आरोपी अपने आरोप को आसानी से स्वीकार कर ले.. और ऐसा इस मामले मे भी है. दरअसल विश्वस्त सूत्रो से प्राप्त जानकारी के मुताबिक कार्यालय मे कार्यरत आत्मा प्रोजक्ट के प्रभारी अधिकारी का जन्मदिन के अवसर पर ये शराब पार्टी आयोजित की गई थी. खैर अधिकारी शराब पी रहे थे.. या कोलड्रींक के पैग झलका रहे थे.. ये तो जांच का विषय है.
इस मामले पर सरगुजा जिले के कलेक्टर संजीव झा से पूछने पर उन्होंने कहा कि जो वायरल वीडियो आई है इस संबंध में उप संचालक कृषि और अन्य दो लोग जो वीडियो में देख रहे हैं उन्हें नोटिस जारी कर 3 दिन का समय उन्हें उनका पक्ष रखने के लिए दिया गया है. उनका पक्ष जानने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी.
अम्बिकापुर के बहुत से ऐसे शासकीय कार्यालय हैं. जिनमे सूरज ढलते ही शराब पार्टी का आयोजन शुरु हो जाता है. जिसमे अधिकारियो के साथ अधिकारियो को लाभ पहुंचाने वाले ठेकेदार और दलाल किस्म के कई तथाकथित बडे लोग हिस्सा लेतें है.. पर शायद इस बात की सुध लेने वाला कोई नहीं कि.. जो दफ्तर जिले की जनता को योजनाओ की तस्तरी परोसने के लिए खोले गए हैं. वहां शराब की तस्तरी परोसना कितना उचित हैं.
देखिए वीडियो