लखनऊ. कोरोना वायरस के संकट काल में इस संक्रमण को फैलाने के आरोपी तब्लीगी जमात में शामिल हुए स्थानीय और विदेशी नागरिकों पर यूपी पुलिस ने कानूनी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के 20 जिलों में पुलिस ने जमातियों के विरुद्ध 225 मुकदमे दर्ज किए हैं. जिनमें से 1725 से अधिक आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चार्ज शीट दाखिल की जा चुकी है. कानून के जानकारों का कहना है कि इन मामलों में आरोपी बनाए गए विदेशी नागरिकों की मुश्किलें भी काफी बढ़ने वाली हैं. इनके लिए अपने वतन वापसी की राह आसान नहीं होगी.
विदेशी नागरिकों के पासपोर्ट भी किए थे जब्त
बता दें कि दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज की तब्लीगी जमात में शामिल हुए. उत्तर प्रदेश के करीब 2856 लोगों की पहचान की गई है. यूपी पुलिस ने एक मार्च के बाद निजामुद्दीन मरकज से आए जमातियों के खिलाफ महामारी एक्ट व अन्य सुसंगत धाराओं में 276 मुकदमे दर्ज किए हैं. जिनमें तकरीबन 2259 लोगों को आरोपी बनाया गया है.
वहीं फरवरी माह में निजामुद्दीन मरकज से शामिल होकर सूबे में आए 325 विदेशी नागरिकों की पहचान की गई. यूपी पुलिस ने विदेशी नागरिकों के विरुद्ध भी 47 मुकदमे दर्ज किए हैं, जिनमें 308 आरोपी हैं. रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने अब तक 225 से अधिक मुकदमों में आरोप पत्र दाखिल किया है. इनमें विदेशी नागरिकों के विरुद्ध दर्ज 31 मुकदमों में करीब 175 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया है.
यूपी पुलिस ने लॉकडाउन के उल्लघंन समेत एपिडेमिक एक्ट, फॉरेन एक्ट, वीजा नियमों के उल्लंघन के तहत मामले दर्ज किए हैं. अब इन मामलों में जांच की कार्रवाई को आगे बढाते हुए आरोपियों पर कानूनी शिकंजा कसा है.
आईजी मेरठ जोन का कहना है कि अन्य सभी मामलों में भी जल्द ही आरोप पत्र दाखिल कर दिए जाएंगे. गौरतलब है कि पुलिस ने जमातियों के विरुद्ध सबसे अधिक मुकदमे मेरठ जोन में ही दर्ज किए थे. इस दौरान 259 विदेशी नागरिकों के पासपोर्ट भी जब्त किए गए थे. बहुत से लोग ऐसे पाए गए थे. जो टूरिस्ट वीजा के जरिए भारत आए थे.. और बिना सूचना दिए धार्मिक व अन्य आयोजनों में शामिल हो रहे थे.