जांजगीर चांपा। जांजगीर चांपा के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी बंजारे अपने विभाग के कार्यभार नही सभांल पा रहे है । स्वास्थ विभाग की आये दिन शिकायत कलेक्टर के पास पहुच रही है। कोविड-19 के महामारी में जिले के स्थिति ठीक नही हैं. अभी तक जिले मे संक्रमित लोगो की संख्या 30 से ज्यादा हो गई हैं। और आने वाले समय बढ़ने के अनुमान है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी इन दिनो अपने कार्य में एक्टिव नही दिखाई दे रहे हैं. यहां तक मिडिया को भी सही जानकारी देने आनाकानी कर रहे है। मिडिया को न किसी प्रकार की संक्रमित लोगो के बारे में जानकारी दे रहे है। न ही स्वंय के पास सटिक आकंडा है। जिसके कारण आने दिन कोविड-19 के केस और बढ़ रहे है। क्वारंटीन सेंटर में बाहर से प्रवासी मजदूरो को 14 दिन की क्वारंटीन के पहले ही छुटटी दे दी जा रही है। जिससे आसपास और संक्रमण होने की संभावना है। क्वारंटीन सेंटर में पर्याप्त मांत्रा मे न ही मजदूरो की सैम्पलिंग हो रही है और सही जांच हो रही हैं जिसके कारण 14 दिन के क्वारंटीन के बाद भी कई ऐंसे केस सामने आये जो पाॅजिटिव निकले है। वही जिले में कोविड.19 हाॅस्पिटल की व्यवस्था बनाने में भी काॅफी देरी हो रही है। अब तक कोविड-19 हास्पिटल को शुरू हो जाना था पर अभी तक नही हो पाया है जिसके कारण स्वास्थ्य विभाग की गैरजिम्मेदार नजर आ रहा है। जिले में आये दिन संक्रमित लोगो की संख्या बढ़ रही समय रहते कोविड .19 हास्पिटल को शुरू नही किया गया तो स्थिति ओर बिगड़ सकती है।
जिले में हो गई 4 प्रवासी मजदूरो की मौत…जिम्मेदार कौन..
जिले के क्वारंटीन सेंटर में सही समय पर अगर इन मजदूरो की सही जांच हो जाये रहती तो इनकी मौत नही होती. इसके पीछे जिम्मेदार डुयूटी में स्वास्थ्य विभग की टीम थी लेकिन समय और सही संसाघन की कमी की वजह से इनकी मौत हो गई। क्वारंटीन सेंटर में चार मजदूरो के मौत के बाद भी स्वास्थ्य विभाग सिर्फ फोन से या एसी कमरे में बैठक कर गा्राउड रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। जमीनी हकीकत से कोसो दूर है। प्रवासी मजदूरो के टेस्ट व सैंम्पल मे लापरवाही बरती जा रही है। यहां तक सैम्पल रिपोर्ट आने से पहले ही क्वारंटीन सेंटर से प्रवासी मजदूरो को छुटटी दे दी जा रही है। जिसके कारण संक्रमण फैलने का डर बना है। आखिर इनका जिम्मेदार कौन है ?