बीजापुर. पुलिस-माओवादी मुठभेड़ में दो ग्रामीणों के क्रॉस फायरिंग की चपेट में आने का मामला सामने आया है. क्रॉस फायरिंग की चपेट में आने से दोनों ग्रामीण घायल हो गए थे. जिसके बाद उपचार के दौरान एक ग्रामीण की मौत हो गई है. दूसरे घायल ग्रामीण का इलाज जिला चिकित्सालय में चल रहा है. पुलिस के आला अधिकारी अस्पताल पहुंचे दिखाई दिए. यह घटना करीब सुबह 4 बजे की थी.
दरअसल मोदकपाल थानाक्षेत्र के ओतकलपाड़ा के जंगलों में पुलिस के जवानों और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुआ था. जिसमें क्रॉस फायरिंग चल रही थी. जिस दौरान दो ग्रामीण क्रॉस फायरिंग के चपेट में आ गए और उन्हें गोली लग गई. जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया मगर एक ग्रामीण की गंभीर रूप से घायल होने के कारण मौत हो गई. साथ ही दूसरे ग्रामीण का इलाज बीजापुर के जिला अस्पताल में चल रहा है. इस घटना की पुष्टि SP कमलोचन कश्यप ने की है.
मगर इस पूरी घटना में हैरानी की बात यह निकल कर आ रही है कि क्रॉस फायरिंग के चपेट में आए ग्रामीण यालम धरमैया का कहना है कि घटना स्थल पर फायरिंग के दौरान वहां पर माओवादी मौजूद ही नहीं थे. पुलिस के जवानों द्वारा एकतरफा फायरिंग की जा रही थी. उस वक्त पुसगुड़ी गांव के 5 ग्रामीण घूमने जंगल में निकले थे. जवानों की फायरिंग के चलते 2 ग्रामीणों को गोली लगी जिस कारण एक की मौत हो गई. मारे गए ग्रामीण का नाम दुब्बा कन्ना था.