संजय यादव
जांजगीर चांपा. पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर द्वारा कोविड-19 कोरोना वाइरस से जिला जांजगीर चांपा के निवासियों की सुरक्षा हेतु नवीन पहल करते हुए जिले में विदेश अथवा अन्य प्रान्तों से आए हुए लगभग 7000 ऐसे व्यक्ति जिनके कोरोना वायरस से इन्फेक्टेड होने की संभावना की आशंका है, उन पर निगरानी रखने हेतु नवीन तकनीक के माध्यम से इस ऐप का उपयोग करने हेतु सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित करते हुए साइबर सेल के माध्यम से जिले के थाना प्राभारी एवं मेडिकल व राजस्व टीम को प्रशिक्षित किया गया. जिसका उपयोग करते हुए सभी थाना प्रभारियों द्वारा अपने क्षेत्र के जो भी विदेश से अथवा अन्य राज्य से आए हुए व्यक्ति जिन्हें होम आइसोलेटेड किया गया है, पर लगतार उनके मोबाइल पर एक्टिव किये गए लोकेशन सेटिंग के माध्यम से निगरानी रखी जा रही है. ताकि उनके द्वारा किसी प्रकार की उपेक्षा या लापरवाही किये जाने पर तत्काल पुलिस द्वारा कार्यवाही कर क्षेत्र के लोगों के स्वास्थ्य एवं जीवन को संक्रामक रोग से संकटापन्न होने से रोका जा सके. इस दिशा में पुलिस अधीक्षक द्वारा एक नवाचार करते हुए एक विशेष टीम गठित की गई है. उक्त टीम द्वारा एक नवीन मोबाइल ऐप बनाया जा रहा है जिसमे की प्रत्येक 1 घन्टे में होम आइसोलेटेड रखे गए संदिग्ध सेल्फी भेजेंगे और अपने घर से 200 मीटर दूर जाने पर अपने आप अलर्ट हमे मिल जाएगा जिससे निश्चित किया जा सकेगा कि संदिग्ध अपने आइसोलेटेड स्थान पर है अथवा नही. इस तकनीक द्वारा लगतार गूगल मैप से ट्रैकिंग किया जा सकता है. पुलिस अधीक्षक द्वारा की जा रही पहल निश्चित रूप से कोरोना वायरस से जिले के निवासियों के जीवन की सुरक्षा हेतु मील का पत्थर साबित होगी.
कैसा काम करेगा यह एप …..
कोरोना संदिग्ध हों या फिर ठीक होकर घर पर ही क्वेरेंटाईन रहने वाले लोग, इन की निगरानी के लिए जांजगीर पुलिस ने एक एप डिजाइन किया है. इस एप में संदिग्ध अथवा क्वारंटाईन किया व्यक्ति यदि निर्धारित जगह से दो सौ मीटर दूर गया तो पुलिस के पास मेसैज आ जाएगा. यह एप गूगल मैप का सपोर्ट लेता है. इस एप को संदिग्ध अथवा क्वारंटाईन में मौजुद व्यक्ति के मोबाइल पर डाउनलोड किया जाता है. इस एप में हर घंटे संदिग्ध व्यक्ति को जो होम आईसोलेटेड है वह अपनी सेल्फी भी भेजेगा. मेसैज अलर्ट यह भी बताएगा किए व्यक्ति निर्धारित जगह पर है या नही.