…अब आबकारी अधिकारी का दावा- कोरोना वायरस भगाने के लिए बनाया जा रहा “एंटीबायोटिक” दवा…खबर मीडिया मे आने बाद अधिकारी का उलुल-जुलुल जवाब..

जांजगीर-चांपा। जिला आबकारी विभाग परिसर में विभाग के अधिकारी द्वारा त्रिशुल खड़ाकर तंत्रमंत्र कर अनुष्ठान करने की खबर जब मिडिया मे सामने आई तो विभाग के अधिकारी मामले को दबाने के लिए उलुल-जुलुल जवाब दे रहे है। अब आबकारी अधिकारी पीएल नायक का कहना है कारोना वायरस भगाने के लिए जडी बुटी युक्ति एंटीबायोटिक दवाई बनाया जा रहा है। इस तरह एक शासकीय कार्यालय में आबकारी अधिकारी द्वारा अलग-अलग तरह की हरकत से लोग हैरत मे है। कभी अनुष्ठान करते नजर आते हैं, तो कभी कारोना वायरस भगाने के दवा बनाने की दावा करते है। आबकारी अधिकारी पीएल नायक की इस तरह कार्यालय में कर रहे हरकत समझ से परे है। वही विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी इससे अनजान नजर आ रहे हैं.. और न ही किसी प्रकार का प्रतिक्रिया दे रहे है.. न ही मिडिया से बात कर रहे है. इस तरह एक शासकीय विभाग मे आबकारी अधिकारी की रवैये से सभी आश्चर्य मे हैं कि आखिर वे कर क्या रहे हैं। क्योकि सबसे बड़ा सवाल यह है कि किसी शासकीय कार्यालय में इस तरह पुजा पाठ, तंत्रतंत्र अनुष्ठान या किसी तरह का अन्य गतिविधि समझ से परे हैं। लेकिन इसको रोकने वाला भी कोई नही है।

अब देखना होगा की इस अधिकारी का दावा कितना सच होता हैं. या सच मे कारोना वायरस भगाने के लिए जिले में आबकारी विभाग को जिम्मेदारी दी गई है। इस तरह किसी बर्तन मे आग जलाकर जड़ी बुटी से कारोना वायरस को भगाने के लिए एंटीबायोटिक दवा बनाने का दावा किसना सच निकलता है.. या विभाग के वरिष्ठ अधिकारी इस अधिकारी के हरकत पर कोई संज्ञान लेते हैं। यह आने वाला समय ही पता चल पायेगा कि आबकारी विभाग कि जिम्मेदारी क्या है। जिले मे क्या विभाग को करोना वायरस भगाने के लिए दवा बनाने के नई जिम्मेदारी दी गई है या अवैध गांजा, शराब पकड़ने की जिम्मेदारी है। जिले मे जगह-जगह अवैध बिक रहे शराब व गांजे को पकड़ने की जिम्मेदारी से बचते हुए विभाग के अधिकारी तरह-तरह की हरकत जिला कार्यालय परिसर मे कर रहे। इस तरह पूर्व में भी कार्यालय अंदर तीन पत्ती खेलते इन अधिकारियों का नाम उजागर हुआ था।