बलरामपुर..जिला पंचायत में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव परिणाम आने के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए कशमकश का दौर जारी है..वही पूर्ण बहुमत के बाद भाजपा समर्थित नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों में पद की होड़ लगी हुई है..
दरअसल बलरामपुर जिला पंचायत अस्तित्व में आने के बाद से ही भाजपा के कब्जे में रहा है..और राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम की पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष रही है..लेकिन इस बार के चुनाव परिणामो को देखकर लगता है..की पुष्पा नेताम के लिए यह चुनाव -चुनाव नही था बल्कि चुनौती थी..और वे अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी रामदेव जगते से महज 06 वोटों से चुनाव जीत कर जिला पंचायत पहुँची है..यही नही त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के माध्यम से राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम की बेटी निशा नेताम ने भी कदम रखा है..और उन्हें सफलता भी मिली है..उन्होंने चुनाव जीतने के बाद संगठन की मंशा पर अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज होने की बात कही है..
वैसे पूर्व संसदीय सचिव सिद्धनाथ पैकरा की पत्नी उदेश्वरी पैकरा भी जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीत गई है..जिसके बाद तो कयाश लगाए जा रहे है..की वह भी अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी पेश कर सकती है..लिहाजा राजनीतिक समीकरण गड़बड़ाने के आसार है..और अध्यक्ष की कुर्सी पर कौन काबिज होगा ..इसका फैसला 14 फरवरी को स्पष्ट हो जाएगा..
बता दे कि 14 क्षेत्रो वाले जिला पंचायत बलरामपुर में 12 पर भाजपा का कब्जा है..जबकि कांग्रेस केवल 02 पर ही सीमट कर रह गई है..जिसके बाद अध्यक्ष ही नही उपाध्यक्ष के पद की दौड़ में भी एक नही बल्कि कई दावेदार निकलकर आये है..ऐसे में सबको सन्तुष्ट कर पाना टेढ़ी खीर के समान है..
बहरहाल अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर कौन काबिज होगा ..किस मापदण्ड के आधार पर यह तय होगा ..इस पर पार्टी की संगठन ईकाई में मंथन का दौर जारी है..यहाँ सबसे अहम बात यह है..की सरगुजा सम्भाग के 5 जिला पंचायतों में से सिर्फ 02 कोरिया व बलरामपुर ही भाजपा के पाले है..जबकि जशपुर,सरगुजा,सूरजपुर के जिला पंचायतों में कांग्रेस का कब्जा है…