रायपुर. खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत नेहरू युवा केन्द्र संगठन अम्बिकापुर द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र अजिरमा में आयोजित संभाग स्तरीय राष्ट्रीय युवा स्वंय सेवकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हुए. इस मौके पर उन्होंने युवाओं से कहा कि वे प्रशिक्षण लेकर अपनी उर्जा ग्रामीणों को जागरूक करने में लगाएं, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग शासकीय योजनाओं का लाभ उठाकर आत्मनिर्भर बन सकें. उन्होंने युवाओं का आह्वाहन किया कि वे अपने गांव में जाकर लोगों को राज्य शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में बताएंगे और उन्हें लाभ लेने के लिए प्रेरित भी करेंगे. राज्य शासन द्वारा किसानों तथा युवाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए कई योजनाएं संचालित की जा रही है. श्री भगत ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की चार चिन्हांरी नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी की परंपरा को पुनर्जीवित करने के लिए पुनः अभियान चलाया है. उन्होंने कहा कि नदी-नालों के पानी को संरक्षित कर सिंचाई के साथ ही वाॅटर रिचार्ज किया जा सकता है. श्री भगत ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार यहां के किसानों को अधिक से अधिक सुविधाएं मुहैया कराने प्रतिबद्ध है.
मंत्री श्री भगत ने कृषि विज्ञान केन्द्र अजिरमा का निरीक्षण किया. उन्होंने नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी के तहत विकसित किए जा रहे बाड़ी, जैविक खाद तथा अजोला टेंक, पशुपालन इकाई, कुकूट पालन, बकरी पालन, दुग्ध उत्पादन तथा खाद्य प्रसंस्करण इकाई का भी निरीक्षण किया. उन्होंने कृषि विज्ञान केन्द्र के अधिकारियों को उन्नत कृषि तथा उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा देने के लिए किसानों को नियमित रूप से भ्रमण कराने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र में उद्यानिकी फसल तथा नये-नये किस्म के धान विकसित करें और उसे केन्द्र में लगाएं ताकि यहां आकर किसान उन फसलों को देख सकें और स्वयं उसकी खेती करने की सोंचे. इस अवसर पर राजमोहिनी कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डाॅ. व्ही.के. सिंह, कृषि विज्ञान केन्द्र अजिरमा के वरिष्ठ वैज्ञानिक रविन्द्र तिग्गा, शिवप्रताप राठिया, गुरमित सिंह बावरा, राजीव अग्रवाल, प्रवीण गुप्ता नेहरू युवा केन्द्र के जिला समन्वयक अनिल मिश्रा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.