विधानसभा के नजदीक राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान परिसर में चार एकड़ के तालाब में इसका निर्माण हो रहा है, जहां अब तक 51 प्रजातियों के पक्षी आकर स्वच्छंद विचरण करने लगे हैं। इनमें 08 प्रवासी पक्षी भी शामिल हैं। राज्य में कल दो अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर वन्य प्राणी सप्ताह की भी शुरूआत हो रही है। इस अवसर पर राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा आम जनता के लिए ‘मेरी चिड़िया’ नामक फेसबुक पेज भी शुरू किया जा रहा है। इसमें प्रकृति प्रेमी कोई भी नागरिक विषय वस्तु पर आधारित अच्छे फोटोग्रास पोस्ट कर सकते हैं।
वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के संचालक श्री के.सी.यादव ने आज बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने लगभग आठ महीने पहले मार्च 2013 में संस्थान के उद्घाटन समरोह में इस परिसर को इको टूरिज्म के प्रमुख केन्द्र के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए थे। उनके निर्देश के अनुरूप इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए पक्षी विहार का निर्माण किया जा रहा है।
श्री यादव ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इसके लिए 13 वें वित्त आयोग की अनुशंसा पर 76 लाख रूपए की धनराशि मंजूर कर दी है। इस परियोजना के तहत सात एकड़ के रकबे में वेटलैंड का विकास किया जा रहा है, जिसमें पर्यटकों के लिए लगभग डेढ़ किलोमीटर सड़क बनाने का भी प्रावधान किया गया है। भू-जल संरक्षण के लिए भी कई प्रकार की संरचनाएं बन रही हैं। वाच टावर का भी निर्माण किया जाएगा। अगले माह नवम्बर में पक्षी विहार में राजधानी रायपुर के स्कूल-कॉलेजों के विद्यार्थियों के लिए पक्षी परिचय परियोजना भी शुरू की जाएगी, ताकि नई पीढ़ी को चिड़ियों की पहचान हो सके और बच्चे तथा युवा उनके संरक्षण की दिशा में भी अपना योगदान दे सकें। श्री यादव ने बताया कि वन विभाग के प्रमुख सचिव श्री आर.पी.मंडल और प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री रामप्रकाश पक्षी विहार की इस परियोजना से संबंधित कार्यों की नियमित रूप से समीक्षा कर रहे हैं।