रायपुर 26 सितम्बर 2014
छत्तीसगढ़ के कृषि एवं जल संसाधन मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल का कल महाराष्ट्र के अकोला में विदर्भ चेम्बर ऑफ कामर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज द्वारा अभिनंदन किया गया। श्री अग्रवाल ने इस अवसर पर कार्यक्रम में उपस्थित व्यवसायियों से कृषि आधारित उद्योग लगाने का आग्रह करते हुए कहा कि ऐसे उद्योगों से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
श्री अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ में खेती-किसानी के क्षेत्र में आए सकारात्मक बदलाव की चर्चा करते हुए कहा कि पिछले दस सालों में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा संचाालित कृषि विकास योजनाओं के कारण किसानों को अब अधिक फायदा मिलने लगा है। प्रदेश सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि के साथ-साथ कृषि से जुड़े अन्य रोजगार मूलक काम-धंधों जैसे मछली पालन, पशुपालन, उद्यानिकी आदि को बढ़ावा दे रही है। छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों के हजारों परिवारों ने इन व्यवसायों को अपनी आजीविका के साधन के रूप में अपनाया है। श्री अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों को बिना ब्याज के कृषि ऋण दे रही है। किसानों को वर्ष 2013-14 में संग्रह किए गए धान पर प्रति क्विंटल 300 रूपए का बोनस दिया गया है। जल संसाधनों के समुचित उपयोग के कारण छत्तीसगढ़ का सिंचित रकबा तेजी से बढ़ रहा है। छत्तीसगढ़ का सिंचित रकबा वर्ष 2002 में 24 प्रतिशत था, जो वर्ष 2013 में बढ़कर 34.20 प्रतिशत हो गया। खेती-किसानी के लिए पम्पों को 24 घंटे बिजली देने की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही पांच हॉर्स पावर तक के कृषि पम्पों के लिए सालाना सात हजार 500 यूनिट तक की बिजली निःशुल्क दी जा रही है। राज्य सरकार ने किसानों और खेतिहर मजदूरों के विकास के लिए अनेक योजनाएं शुरू की है। इनके फलस्वरूप छत्तीसगढ़ का कृषि परिदृश्य तेजी से बदला है।