स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. डाॅ. खूबचंद बघेल के अनन्य सहयोगी 98 वर्षीय डाॅ. दुर्गा प्रसाद सिरमौर के निधन पर प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष भूपेष बघेल और कांग्रेस विधायक दल के नेता टी.एस. सिंहदेव ने गहरा शोक व्यक्त किया। नेताद्वय ने कहा है कि डाॅ. दुर्गा प्रसाद सिरमौर का निधन कांग्रेस पार्टी और छत्तीसगढ़ को अपूरर्णीय क्षति है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डाॅ. दुर्गा प्रसाद सिरमौर में देषभक्ति की भावना बाल्यकाल से बलवती थी। डाॅ. दुर्गा प्रसाद सिरमौर मृत्युपर्यन्त कांग्रेस पार्टी की रीतिनीति सिद्धांतो के प्रति समर्पित रहे। डाॅ. दुर्गा प्रसाद सिरमौर कांग्रेस नेता और धरसीवा विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस उम्मीदवार रहे छत्रपाल सिरमौर के पिता थे। डाॅ. दुर्गा प्रसाद सिरमौर के पिता का नाम श्री भानूराम सिरमौर तथा माता का नाम श्रीमती गिरजा बाई था। डाॅ. दुर्गा प्रसाद सिरमौर का जन्म 01 सितंबर 1916 को हुआ था। डाॅ. दुर्गा प्रसाद सिरमौर सन् 1926 में राष्ट्रीय स्कूल रायपुर में अन्य विद्यार्थियों के साथ 09 वर्ष की उम्र में धरना जुलूस प्रदर्षन इत्यादि में शामिल रहे। साइमन कमीषन के विरोध में गांधी चैक में प्रदर्षन किया और उन्हें भी डंडा खाने की सजा दी गयी। सन् 1930 में गांधी मैदान में नमक कानून तोड़ा और नमक कानून के विरोध आंदोलन में भागीदारी की। वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी स्व. खूबचंद बघेल के मार्गदर्षन में गांधी दर्षन से संस्कारित हुये और सत्याग्रह एवं भारत छोड़ो आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई। विदेषी वस्त्रों के बहिष्कार आंदोलन में भाग लेकर 04 माह की जेल यात्रा की। सन् 1942 में गरम दल के सेनानियों के संपर्क में आकर सषस्त्र क्रांति के आंदोलन में भाग लिया और 01 वर्ष का कारावास तथा 02 वर्ष तक नजरबंद रहे। असहयोग आंदोलन के दौरान भी होषंगाबाद एवं जबलपुर में गिरफ्तार हुये। जिला सर्वोदय मंडल में मंत्री के रूप में अपनी सेवाएं दी। स्वतंत्रता के बाद डाॅ. खूबचंद बघेल द्वारा गठित ‘‘छत्तीसगढ़ मातृ संघ में भी सक्रिय रहे। डाॅ. दुर्गा प्रसाद सिरमौर के अंतिम संस्कार में प्रदेष कांग्रेस के महासचिव शैलेष नितिन त्रिवेदी, महासचिव छाया वर्मा, सचिव मीनाक्षी वर्मा, ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष उधोराम वर्मा शामिल हुये और कांग्रेस की ओर से पुष्पचक्र अर्पित किया।
दुर्गा प्रसाद सिरमौर कांग्रेस की भावभीनी श्रद्धांजलि
रायपुर 12 सितंबर 201
शैलेष नितिन त्रिवेदी, छाया वर्मा, मीनाक्षी वर्मा ने पथरी जाकर पुष्पचक्र अर्पित किया