पालकी में सवार हो निकले महावीर

चिरमिरी रवि कुमार

  • श्री जी की पालकी निकली,
  • क्षमावाणी पर्व पर समाजजनों ने एक दुसरे से मांगी क्षमा,
  • श्री जी के चरणो का किया प्रक्षाल

पर्युषण पर्व के अतिंम पड़ाव में श्रीजी की पालकी महावीर जैंन दिगंबर हल्दी बाड़ी के मंदिर से शनिचरी बाजार, तक निकाली गई विभिन्न चैक चोराहा से वापस महावीर जैंन दिगंबर मंदिर में लाया गया विभिन्न स्थानों पर श्रीजी की आरती उतारी गई ।

चरणों का पक्षाल
आर्यिका श्री 105 लक्ष्मीभूषण माता जी के चरणों का प्रक्षाल किया गया। श्रीजी की पालकी का रिमझिम बुदों ने भी स्वागत किया। बच्चों के साथ युवक-युवतियों एंव सभी समाजजनों ने पालकी के आगेे नृत्य व गरबा कर भक्ति की।unnamed 3

जैन धर्म का पालन करते हुए दिनचर्या तय कर जीवन जिया जाए तो कई रोगों से बचा जा सकता है। क्योंकि जैन धर्म का विज्ञानिक आधार भी है। जिस तरह आसमान में असंख्य तारे है पर एक चंद्रमा सब तारों पर भारी पड़ता है उसी तरह चिरमिरी में जैन समाज भी चंद्रमा की आभा लिए है।
उक्त बातें सकल जैन दिगंबर समाज चिरमिरी के तत्वाधान में आयोजित पर्वधिराज पयूर्षण पर्व के समापन अवसर पर हल्दी बाड़ी में आयोजित कार्यक्रम के दौरान विधायक श्यामबिहारी जायसवाल ने कही। इस दौरान समाज की प्रभा जैन, चंद्र कुमार जैन, रमेष चंद जैन, उपेन्द्र जैन व पार्षद रेषम त्रिपाठी उपस्थित रही।