अम्बिकापुर
- ABVP ने हटाने और NSUI ने अध्यक्ष को बचाने के लिए किया प्रदर्शन
- पीजी कालेज के प्राचार्य ने माना अध्यक्ष के निर्वाचन मे गडबडी
- एन.एस.यू.आई के बैनर से अध्यक्ष निर्वाचिक हुई है मोनिका शुक्ला
अम्बिकापुर के शासकीय पीजी कालेज मे आज एक नाटकीय घटना क्रम हुआ । जिसमे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छात्र संघ अध्यक्ष के चुनाव को अवैध घोषित की मांग पर विरोध कर रहा था। तो एनएसयूआई के कार्यकर्ता अपने अध्यक्ष को बचाने एबीव्हीपी का विरोध शुरु कर दिया।
कुछ दिनो पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओ ने अम्बिकापुर पीजी कालेज के प्राचार्य को ज्ञापन सौंपते हुए । अध्यक्ष को पद से बर्खास्त करने की मांग की थी। जिसमे उन्होनो छात्र संघ चुनाव के नियमो का हवाला देते हुए बताया था। कि महाविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष मोनिका शुक्ला पिछले वर्ष होली क्रास महाविद्यालय की छात्रा थी। और चुनाव लडने उन्होने इस साल ही पीजी कालेज मे दाखिला लिया है। जो छात्र संघ चुनाव लडने के लिए वैध प्रकिया नही है। और कालेज प्रबंधन ने मंगलवार तक का वक्त मांगा था। लेकिन कोई कारवाही ना होने पर आज बुधवार को अखिल भारती विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता और पदाधिकारियो ने कालेज के मुख्य गेट के सामने काली पट्टी बांध कर धरना दिया।
अखिल भारती विद्यार्थी इस मुद्दे को लेकर अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन की चेतावनी दे चुका है। तो उधर एबीव्हीपी के आंदोलन की भनक लगते ही एनएसयूआई कार्यकर्ता भी अपने अध्यक्ष का बचाव करने मैदान मे उतर आए। और कालेज के प्राचार्य के कक्ष के सामने उन्होने भी प्रदर्शन किया। इधर एनएसयूआई के बैनर तले अध्यक्ष चुनी गई मोनिका की माने तो हिंदी और अंग्रेजी के फार्मो मे त्रुटि के कारण ये हो रहा है।
इधर कालेज प्रबंधन की माने तो छात्र संघ चुनाव के आर्डिनेंस के मुताबिक ये तो साबित हो गया है कि महाविद्यालय के छात्र संघ का चुनाव वही उम्मीदवार लड सकता है, जो एक शैक्षणिक सत्र की पढाई एक ही कालेज से नियमित रुप मे किया हो। लेकिन कारवाही के नाम पर अपने उपर बनते दबाव को कालेज के प्राचार्य ने वि·ाविद्यालय प्रबंधन को उपर मढ दिया है।
छात्र संघ चुनाव के शांतिपूर्ण ढंग से निपटने के बाद इस नए बखेडे मे कुछ हो या नही । लेकिन आने वाले दिनो मे छात्र राजनिती मे उबाल जरुर आ सकता है। बहरहाल देखना ये है कि सरगुजा के सबसे बडे पीजी कालेज मे छात्र संघ अध्यक्ष के भविष्य पर क्या फैसला होता है।
अंकित जायसवाल , प्रदेश सह मंत्री , अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद
हम लोगो ने पिछले दिनो कालेज प्रबंधन से शिकायत की थी। अध्यक्ष पर निर्वाचित मोनिका शुक्ला का निर्वाचन रद्द किया जाए। क्योकि आर्डिनेंस के मुताबिक उनका चुनाव अवैध है। लेकिन कालेज प्रबंधन ने नियत समय बीते मंगलवार तक कोई कारवाही नही की । जिसके कारण हम लोगो ने आज काली पट्टी बांध कर विरोध प्रदर्शन किया है और तब तक करते रहेंगे । जब तक कि अध्यक्ष को पद से बर्खास्त नही कर दिया जाता ।
मोनिका शुक्ला, अध्यक्ष , शा.राजीव गांधी पीजी कालेज ,अम्बिकापुर
हम लोगो को जो फार्म मिला था उसमे हिंदी मे कुछ और अंग्रेजी मे कुछ लिखा था। हिंदी मे लिखा है विश्वविद्यालय की नियमित छात्रा होना चाहिए । जो मै हूं। इसमे कोई गलत नही है। देखिए अवैध हम लोग होने नही देंगे। ये चीज गलत है । मै जंहा तक हूं मै सही हूं। मै जो साक्ष्य पकडी हूं वो एकदम सही है। और अगर ऐसा होता है तो हम कोर्ट तक जाएगे।
डाँ एस.पी.त्रिपाठी , प्राचार्य , शा.पीजी कालेज अम्बिकापुर
आर्डिनेंस के मुताबिक अध्यक्ष या किसी भी पद के लिए छात्र/छात्राओ को एक ही महाविद्यालय के नियमित छात्र होना आवश्यक है। और इस मामले मे फैसला विश्विविद्यालय के कुलपति लेगे जो अभी बाहर गए है। उनके आने के बाद ही फैसला होगा।