अम्बिकापुर 03 सितम्बर 2014
- लोक निर्माण विभाग की संभागीय समीक्षा बैठक
- संभाग के अधिकारी एवं अनुबंधकों को दिए निर्देष
प्रदेष के लोक निर्माण, आवास, पर्यावरण एवं परिवहन मंत्री श्री राजेष मूणत ने आज यहां जिला पंचायत के सभाकक्ष में लोक निर्माण विभाग के भवन, सड़क, सेतु एवं राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों एवं अनुबंधकों की बैठक लेकर संभाग में किए जा रहे कार्यो में गुणवत्ता के साथ किसी तरह की समझौता नहीं करते हुए समय-सीमा में कार्य करने के निर्देष दिए। श्री मूणत ने कहा कि शासन और जनहित को क्षति पहुंचाने वाले अधिकारी तथा ठेकेदारों को नहीं बक्षा जाएगा और उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने संभाग के सभी लंबित प्रकरणों का इस महीने समाधान करने के निर्देष मुख्य अभियंता को दिए। संभागीय समीक्षा बैठक में सरगुजा सांसद श्री कमलभान सिंह, लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव श्री अमिताभ जैन, सचिव श्री अनिल राय, कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन एवं पुलिस अधीक्षक श्री सुन्दरराज पी. तथा प्रमुख अभियंता उपस्थित थे।
संभागीय समीक्षा बैठक में लोक निर्माण मंत्री श्री मूणत ने विभागीय कार्यो की एजेंसीवार समीक्षा करते हुए कहा कि जिन प्रकरणों में भूमि अधिग्रहण नहीं हुआ है। उन प्रकरणों में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्षन में इस्टीमेट बनाएं तथा इस्टीमेट बनाने के पहले स्थल निरीक्षण अनिवार्य रूप से करें। ईस्टीमेट बनाते समय मदवार बजट में संषोधन की आवष्यकता नहीं पड़नी चाहिए और इस संबंध में लिखित में निर्णय दें। उन्होंने कार्य में लगे ठेकेदारों से कहा कि टेण्डर डालने से पहले स्थल निरीक्षण करें और स्थान के जरूरतों के अनुसार टेण्डर प्रस्तुत करें। एक बार प्रस्तुत करने के पष्चात टेण्डर अनुरूप कार्य करने की जिम्मेदारी ठेकेदारों की होगी।
लोक निर्माण विभाग के कार्यो की समीक्षा के दौरान श्री मूणत ने कहा कि टेण्डर होने के पष्चात एक माह बाद कार्य आरंभ किया जाना चाहिए तथा जितने भी प्रकरण लंबित है वे एक माह के पष्चात निराकरण होकर ठेकेदारों के पास चला जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि विभाग में किसी भी क्लर्क के पास फाईल 24 घण्टे से ज्यादा पेडिंग न रहे। उन्होंने कार्यपालन अभियंताओं को चेक लिस्ट बनाकर ठेकेदारों को देने के निर्देष दिए। लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि फिल्ड निरीक्षण के दौरान फोटो लेकर रिपोर्ट प्रस्तुत करें साथ ही आॅनलाईन बीलिंग और व्हाउचर भरने के समय काम के प्रगति को अनिवार्य रूप से दर्षाएं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक माह बिल प्रस्तुत किया जाए और प्रत्येक माह भुगतान किया जाए। 1 करोड़ तक के कार्यो की प्रषासकीय स्वीकृति के पष्चात कार्यपालन अभियंता लिखकर देवें कि संबंधित कार्य में किसी प्रकार की कोई त्रुटि नहीं है ताकि उनका तकनीकी स्वीकृति दी जा सके। श्री मूणत ने बैठक में कहा कि टेण्डर होने के पष्चात 30 दिन के भीतर ठेकेदारों को ड्राइंग उपलब्ध कराना सुनिष्चित करें और जिस मद में जितनी राषि स्वीकृत की गई है उसी राषि के अनुसार ही ठेकेदार कार्य करें। अतिरिक्त कार्य करने पर उनकी स्वयं की जिम्मेदारी होगी।
विभागीय मंत्री ने कहा कि यदि किसी कार्यो में कन्सलटेन्ट ड्राइंग सबमिट करता है तो उसकी स्वीकृति तकनीकी स्तर पर मुख्य अभियंता कराए और चेक होने के पष्चात ही उसे स्वीकृति दें। साथ ही कहा कि 10 प्रतिषत से अधिक टेण्डर वाले कार्यो का संषोधित प्रस्ताव कार्यपालन अभियंता को भेजना सुनिष्चित करना चाहिए। रिवाइजड इस्टीमेट के नाम पर कार्य नहीं रूकना चाहिए। श्री मूणत ने कहा कि यदि कार्यपालन अभियंता या अनुविभागीय अधिकारी के रिपोर्ट के आधार पर ठेकेदारों का कार्य निरस्त किया जाता है तो उसे निरस्त ही माना जाए। साथ ही कहा कि सड़क निर्माण के दौरान जब तक पुलिया और सड़क पर उपरी परत तैयार नहीं हो जाती तब तक भुगतान नहीं की जाएगी।
सरगुजा जिले के कार्यो का मूल्यांकन करते हुए दरिमा हवाई पट्टी में पट्टी और भवन का कार्य एक साथ चालू करनेे तथा दिसम्बर माह तक पूर्ण करने के निर्देष दिए। मेण्ड्राकला में निर्माणाधीन सैनिक स्कूल के पूर्ण नहीं होने पर नाराजगी जताते हुए अक्टूबर तक कार्य करने के निर्देष दिए। साथ ही ठेकेदार को स्टाम्प पेपर में लिखकर सहमति देने के निर्देष दिए। इसी तरह सोनतरई से मैनपाट रोड के निर्माण में विलंब होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए मार्च 2015 तक पूर्ण करने के निर्देष दिए। साथ ही ठेकेदार को 15 दिन के भीतर कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देष दिए। उन्होंने कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन के सुझाव अनुसार ठेकेदार को एग्रीमेंट कराने के निर्देष देते हुए उस सड़क पर अभी तक जितने भी दुर्घटना घटित हुए है उनका मुआवजा भुगतान हेतु जिम्मेदारी लेने के निर्देष दिए। श्री मूणत ने संभाग में निर्माणाधीन छात्रावास, आईटीआई, नर्सिग भवन, माॅडल स्कूल, सड़क, पुल-पुलिया का विस्तार से समीक्षा करते हुए गुणवत्ता के साथ समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देष दिए।
बैठक में लोक निर्माण विभाग भवन, सेतु, सड़क तथा राष्ट्रीय राजमार्ग के मुख्य अभियंता, अधीक्षण यंत्री, कार्यपालन अभियंता एवं अनुविभागीय स्तर के अधिकारी उपस्थित थे।