जब स्वास्थ्य विभाग ने नही लगाया कैंप ….तो दरवाजे के बाहर नीम की पत्ती लगाकर वार्डवासी कर रहे डायरिया के प्रकोप से बचने का उपाय.. एक बुजुर्ग की मौत.. 30 से ज्यादा लोग प्रभावित…

संजय यादव

जांजगीर चांपा। जहां एक ओर बारीश से लोगो का जीना हराम है वही दूसरी ओर लोग दूषित पानी पीने बीमार पड़ रहे है। जांजगीर चांपा जिले के नैला दर्रीपारा वार्ड नंबर 2 में डायरिया फैलने से एक बुजुर्ग की मौत हो गया है. तो वही 20 से ज्यादा लोग डायरिया से प्रभावित है। पिडित लोगो को जिला चिकित्यालय मे भर्ती कराया गया है। वही प्रभावितो में महिला, बच्चे बुजुर्ग शामिल है। डायरिया फैलने का कारण नगर पालिका द्वारा सप्लाई दुषित पानी को पीने से बताया जा रहा हैं . वही स्वास्थ्य विभाग की ओर से अभी तक वार्ड में स्वास्थय कैंप नही लगाया गया हैं जिससे वार्डवासी आक्रोशित है। मृतक व्यक्ति को नाम रामभरोस सुर्यवंशी जो जिला चिकित्सालय मे भर्ती था जिसका आज मौत हो गया है। लगातार एक हप्ते से नैला के वार्ड नंबर 2 मे डायरिया से लोग बीमार हो रहे है . और बीमार लोगे की संख्या दिनो दिन बढ रही है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग इस ओर जरा भी गंभीर नही है . पिडित लोग निजी क्लिनिक मे अपना इलाज कराने मे मजबूर है। वार्ड वासी इस प्रकार स्वास्थ्य विभाग के रैवये से गुस्साये है। हप्ते बीत जाने के बाद भी एक बार भी स्वास्थ्य हमला देखने तक नही गया हैं । दर्रीपारा मे लगभग 50 से 80 घर के लोग निवासरत हैं लेकिन इस मोहल्ले की हालत इतनी बत्तर है कि यहंा रहने वाले लोग ही जान रहे हैं। यहां साफ सफाई तो दूर यहां झांकने तक नगर पालिका का सफाई कर्मी नही पहुचंता । दर्रीपारा वार्ड नैला रेल्वे स्टेशन के उस पार होने के कारण वार्ड शहर से कटा हुआ है। यहां के लोग अपनी गुजर बसर भगवान के भरोसे कर रहे हैं।

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स्वास्थ्य विभाग नही है गंभीर.. एक हप्ते बीत जाने के बाद भी नही लगा कैंप….

स्वास्थ्य विभाग इस बीमारी को रोकथाम के लिए गंभीर नही है । जबकि वार्डवासी पूरी तरह दहसत में हैं . किसी तरह जिला चिकित्सालय एंव निजी क्लिीनिक मे अपनो को इलाज करा रहे हैं . एक हप्ते बीत जाने के बाद वहां स्वास्थ्य विभाग सिर्फ समझाइस देकर वापस आ गया है। लेकिन इतने लोग डायरिया के चपेट में आ रहे है। लेकिन किसी प्रकार का स्वास्थ्य कैंप वार्ड में नही लगा है।

जनप्रतिनिधियो को नही है सुध….

जांजगीर नैला वार्ड क्रंमाक 2 दर्रीपारा में लोग इस कदर बत्तर स्थिति मे अपना जीवन यापन कर रहे है कि इस ओर अभी तक किसी जनप्रतिनिधि ने झांक कर भी नही देखा है। वार्डवासी नगर पालिका द्वारा बनाने गये दुषित बोर का पानी पीने मजबूर हैं जिसके कारण पूरे मोहल्ले मे डायरिया से बीमार हैं लेकिन एक हप्ते बीत जाने के बाद भी अभी किसी जनप्रतिनिधि उनका सुध नही लिया है। वार्डवासीयो का कहना हैं सिर्फ जनप्रतिनिधि चुनाव के समय वोट मांगने आते हैं। अभी तक पार्षद ,विधायक , किसी ने यहां आकर हालचाल नही जाना है।

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नगर पालिका बोर के दुषित पानी से फैल रहा डायरिया..

दर्रीपारा के निवासीयो का कहना है कि नगर पालिका यहां एक पीने के पानी के बोर लगाकर दिया हैं पर यहां बोर का पानी पूरी तरह दूषित हो गया है. लेकिन इस बारे मे नगर पालिका को पता नही है इसी का पानी पीने से हम सब बीमार पड़ रहे है। यहां पास एक तालाब है यहां वर्षो बीत गया होगा यहां साफ सफाई नही हो रह हैं । जिसके कारण दर्रीपारा मे चारो गंदगी भरी पड़ी हैं

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डायरिया से बचने वासी घर के दरवाजे में लगाये है नीम का पत्ती…

दर्री पारा के लोगो को डायरिया से इतना खौप है कि इससे बचने के उपाय भी कर लिये है। जब स्वास्थ्य विभाग इतनी गंभीर बीमारी के रोकथाम करने ध्यान नही दिया तो वार्ड के लोगो ने अपनी घर के दरवाजे के सामने नीम का पत्ती लगा लिये हैं । उनका कहना है कि नीम की पत्ती लगाने से घर मे डायरिया का प्रकोप नही होता ।

दर्रीपारा मे नही आने जाने के लिए आम रास्ता …..

नैला दर्रीपारा वार्ड नं 2 में जाने के लिए अभी तक आम रास्ता नही बन पाया है यहां के लोग रोज अपने जान को जोखिंम डालकर रेल पटरी पार कर आना जाना करते हैं। किसी के घर मे कोई समान लाना हो या कोई घर मे बीमार हो जाये उसे गोदी मे उठाकर रेल पटरी से इस पार आना पडता हैं । वार्ड के लोग इस प्रकार जिल्लत की जिंदगी जी रहे लेकिन इनका सुध लेने के लिए जिला प्रशासन के पास समय नही है।