अम्बिकापुर 08 अगस्त 2014
- देवटिकरा जनसमस्या निवारण शिविर में 205 आवेदन मौके पर निराकृत
- समाज के अंतिम व्यक्ति तक योजना पहुंचे – श्री सिंहदेव
- जनता के समक्ष मैदानी कर्मचारियों के कार्यो का मूल्यांकन
सरगुजा जिले के उदयपुर विकासखण्ड अंतर्गत देवटिकरा ग्राम में गुरूवार को जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया। षिविर में कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन ने जनता के समक्ष मैदानी कर्मचारियों के कार्यो का मूल्यांकन किया। उन्होंने उपस्थित जनता को कर्मचारियों से षिकायत एवं उनके कार्यो के संबंध में सवाल पूछने आमंत्रित किया। षिविर में 20 स्कूली बच्चों को महिला समूहों द्वारा निर्मित स्कूल ड्रेस का वितरण किया गया।
षिविर को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष श्री टी.एस. सिंहदेव ने लोगों से षिविर में विभिन्न योजनाओं से संबंधित जानकारियों का पात्रतानुसार लाभ उठाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि षिविर के माध्यम से जिला प्रषासन लोगों की समस्याओं का स्थानीय स्तर पर ही त्वरित निराकरण सुनिष्चित करती है। इससे ग्रामीणों को जिला कार्यालय नहीं जाना पड़ता और स्थानीय स्तर पर ही निराकरण हो जाता है। उन्होंने कहा कि प्रषासन जनप्रतिनिधि और जनता मिलकर समस्याओं को हल कर सकती है। इसके लिए साथ मिलकर चलना होगा। उन्होंने शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने सुनिष्चित करने कहा। श्री सिंहदेव ने बच्चों को स्कूल जाने तथा साफ-सफाई और शौचालय का उपयोग करने की समझाईष दी। उन्होंने राषन कार्ड, वन अधिकार पट्टा आदि विषयों पर विचार व्यक्त किए। साथ ही सड़क एवं ग्रामीण विकास की समस्याओं से प्रषासन को अवगत कराया।
कलेक्टर ने षिविर में की मैदानी अमलों की कार्यो का मूल्यांकन
कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन ने जन समस्या निवारण षिविर स्थल पर मैदानी कर्मचारियों के कार्यो का मूल्यांकन जनता के समक्ष किया। उन्होंने एएनएम, आंनगबाड़ी कार्यकर्ता, पटवारी, कृषि विस्तार अधिकारी, मितानिन, ग्राम पंचायत सचिव एवं रोजगार सहायकों की कार्यो की जानकारी ली। कलेक्टर ने उपस्थित जनसमुदाय से उनके कार्यो और मुख्यालय में रहने के संबंध में जानकारी ली। श्रीमती सैन ने एक-एक कर्मचारियों से उनके दैनिक कार्यो तथा जनता को दी जाने वाली सेवाओं के बारे में जानकारी लेते हुए संबंधित विभाग के जिला अधिकारियों को उनकी सेवाएं सुनिष्चित करने के निर्देष दिए।
षिकायतों के लिए पोस्टकार्ड भेजें
कलेक्टर ने इस अवसर पर कहा कि प्रषासन की मंषा समस्याओं से रूबरू होना और उनका ईमानदारी पूर्वक समाधान करने की है। श्रीमती सैन ने कहा कि कर्मचारी बेहतर काम करें इसलिए जनता को भी सक्रिय, सजग और जागरूक रहने की आवष्यकता है। तभी अच्छे परिणाम आएगें। उन्होंने उपस्थित जन समूह से आग्रह किया कि किसी भी षिकायत एवं समस्याओं के लिए अधिक संख्या में जिला कार्यालय न आकर उन्हें सीधे पोस्टकार्ड अथवा चिट्ठी लिखें तब भी उनके समस्याओं पर गंभीरतापूर्वक विचार किया जाएगा। साथ ही उन्होंने किसी भी शासकीय कर्मचारी को अनाधिकृत राषि नहीं देने का आग्रह किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि कोई भी कार्य गलत है तो वह पैसे देने पर भी नहीं होगा।
कलेक्टर ने षिविर में बड़ी संख्या में उपस्थित युवक एवं युवतियों को रोजगार से जुड़ने का आहवान किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ कौषल विकास योजना के तहत पंजीयन कराए और प्रषिक्षण प्राप्त कर रोजगार के अवसर सुनिष्चित करें। इस शिविर में कुल 227 आवेदन प्राप्त हुए। इनमें मांग से संबंधित 204 आवेदन एवं षिकायत से संबंधित 23 आवेदन शामिल है। षिविर स्थल पर मांग से संबंधित 185 एवं षिकायत से संबंधित 20 आवेदनों का निराकरण किया गया। षिविर में राजस्व से संबंधित सर्वाधिक 182 प्रकरण प्राप्त हुए जिनमें से 176 प्रकरण जाति, निवास, आय प्रमाण पत्र के प्राप्त हुए जिन्हें मौके पर ही प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
षिविर में वन विभाग द्वारा 5 हजार फलदार एवं छायादार पेड़ वितरित किया गया। कृषि विभाग द्वारा 4-4 किसानों को उड़ावनी पंखा एवं स्प्रेयर पम्प, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 10 गर्भवती माताओें का गोद भराई कार्यक्रम सम्पन्न कराया गया। राष्ट्रीय परिवार सहायता के तहत 2 परिवारों को 20-20 हजार रूपए का चेक प्रदान किया गया। षिविर में 2 निःषक्त व्यक्तियों को ट्रायसायकल मौके पर ही प्रदान किया गया। इस अवसर पर षिविर में विभिन्न विभागों द्वारा स्टाॅल लगाकर विकासीय योजनाओं की जानकारी दी गई। षिविर में जनपद अध्यक्ष, सरपंच सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, वनमण्डलाधिकारी श्री मोहम्मद शाहिद तथा अन्य जिलाधिकारी तथा बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण उपस्थित थे।