रायपुर. साउथ का गाना नाटू नाटू देशभर में धूम मचाने के बाद अब छत्तीसगढ़ में भी धूम मचा रहा है। कृषि विश्वविद्यालय की प्रोफेसर डॉ सिंधु शुक्ला ने इसका छत्तीसगढ़ी वर्जन तैयार किया है। नाटू नाटू गाना जब ऑसकर के लिए चुना गया तब ही डॉ सिंधु ने इसका छत्तीसगढ़ी लिरिक्स तैयार कर लिया था। इस गाने को डॉ ज़िशान्त खान और आशीष त्रिवेदी ने गाया है। इस गाने की शूटिंग रायपुर के बस स्टैंड लोकेशन पर हुई है जिसमें डांस एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के स्टूडेंट मनोज देवांगन और मनोज केशकर ने किया है। सिंधु बताया कि कई छत्तीसगढ़ी में वे कई गानों की लिरिक्स लिख चुकी है। औऱ जब वे लिरिक्स लिखती हैं तो एक भी गैर छत्तीसगढ़ी शब्द नही लिखती, किसी शब्द का छत्तीसगढ़ी नही मिलता तो उसके लिए महीनों इंतेज़ार करती है। आज के छत्तीसगढ़ी गानों के लिरिक्स में कई गैर छत्तीसगढ़ी शब्द इस्तेमाल होते हैं जिसे देख कर वे काफी दुखी हैं। देखिए वीडियो –
डॉ सिंधु कृषि विश्वविद्यालय में प्रोफेसर है, और उन्हें छत्तीसगढ़ी से काफी प्रेम है क्योंकि उनका जन्म भी यही हुआ। 4 साल जब वे लंदन में थी तो छत्तीसगढ़ी बोलने और सुनने को तरसती थी। लेकिन फिर भी लंदन में कई लोगो से छत्तीसगढ़ी में बात कर लेती थी।
एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के ही स्टूडेंट मनोज देवांगन और मनोज केशकर ने इस लिरिक्स पर डांस किया है। दोनों स्टूडेंट्स में मिलकर अपना कैफे शुरू किया है उसी दिन कैफे की ओपनिंग थी और उसी दिन गाने को शूट करना था ऐसे में बहुत कम समय में दोनों मनोज ने समय निकाल कर डांस के स्टैप्स सीखे और एक ही दिन में शूट कम्प्लीट किया। डॉ सिंधु ने बताया कि पूरे गाने कम्प्लीट होने में 1 हफ्ते का समय लगा। जिज़ दिन नाटू नाटू को ऑसकर आवर्ड मिला उसी दिन गाना रिलीज करना था लेकिन गाने की शूटिंग नही हो पाई थी।