महासमुन्द विधायक डॉक्टर विमल चोपड़ा और प्रशिक्षु आईपीएस उदय किरण के बीच हुई विवाद के बाद..इस विवाद ने राजनैतिक रूप ले लिया था..और इस घटना के विरोध में बुधवार को महासमुन्द शहर बन्द था..तथा शोसल मीडिया पर खाकी वर्दी को लेकर तमाम तरह के तंज कसे जा रहे थे..इसी बीच इस मामले ने सूबे के मुख्यमंत्री समेत प्रदेश के तमाम मंत्रियों का ध्यान आकर्षित कर रखा था..इस मसले पर खुद मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने रुचि दिखाते हुए महासमुन्द कोतवाली में हुए उक्त घटनाक्रम का ब्यौरा मांगा था..इसके साथ ही सीएम ने डॉक्टर चोपड़ा पर अबतक पुलिस थानों में दर्ज अपराधो के सम्बंध में जानकारी मांगी थी..वही पुलिस विभाग ने सीएम हाउस से मांगी गई जानकारियां उपलब्ध करा दी है.. जानकारी के मुताबिक डॉक्टर विमल चोपड़ा पर 25 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज है..
बता दे की हाल ही के दिनों में डाक्टर विमल चोपड़ा और प्रशिक्षु आईपीएस उदय किरण के बीच जमकर बहस हुई थी..जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करने की नौबत तक आ गई थी
.पुलिस थाने में जमकर पथराव भी की गई थी..वही इस समूचे घटना क्रम के वीडियो ने शोसल मीडिया पर जमकर सुर्खियां बटोरी थी..लेकिन विधायक समर्थकों और पुलिस के बीच हुई इस झड़प में करीब दर्जनभर पुलिसकर्मियों समेत डॉक्टर विमल चोपड़ा और उनके समर्थक जख्मी हुए थे..लेकिन सोचने वाली बात तो यह है की प्रदेश में एक मात्र निर्दलीय विधायक पर 25 आपराधिक मामले दर्ज कैसे है..क्या यह सब विधायक के बेलगाम समर्थकों के वजह से हुआ या फिर कोई जन आंदोलन का हिस्सा था..और फिर यह सब कारण थे ,तो प्रदेश के बाकी बचे विधायको पर इससे कम अपराध पुलिस थानों में क्यो दर्ज है..
आइए दिखाते है बेलगाम समर्थकों का एक नमूना..जिसमे विधायक समर्थक किसी आंदोलन के तहत तत्कालीन महासमुन्द कोतवाली प्रभारी रहे के.के.वाजपेयी से उलझ पड़े थे..सो यह मामला आया राम गया राम की तर्ज पर निपट गया था..
देखे वीडियो…
वही डॉक्टर विमल चोपड़ा के मौजूदगी में उनके समर्थकों की गुंडागर्दी जगजाहिर है,इन दिनों विधायक समर्थकों के गुंडागर्दी का एक नमूना शोसल मीडिया पर बतर्ज “सैंय्या भये कोतवाल तो डर काहे का” जमकर हल्ला बोल रहा है..और लोगो को सोचने पर मजबूर भी कर रहा है..की ये उनके विधायक की दबंगई है.या गुंडागर्दी.., शोसल मीडिया पर वारयल हो रहे वीडियो में निर्दलीय विमल चोपड़ा के समर्थक विधायक के मौजूदगी में तुमगांव सीएचसी में पदस्थ डॉक्टर विपिन राय को धमकाते नजर आ रहे है..अब सोचने वाली बात तो यह है की कारण भले ही कुछ भी हो लेकिन यह किसी जन आंदोलन का हिस्सा प्रतीत नही होता..
देखे वीडियो..