Success Story : “ठुकरा के मेरा प्यार..मेरा इंतकाम देखेगी” की तर्ज पर इस युवा ने संघर्ष और संकल्प का दिया परिचय, ब्रेकअप के बाद चुना नया रास्ता, बने IAS

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Success Story, UPSC Success Story, IAS Success Story : पटना के एक छोटे से परिवार में जन्मे आदित्य पांडे की कहानी उस संघर्ष और संकल्प का परिचय देती है, जिसने उन्हें उनके सपनों की ऊँचाइयों तक पहुँचने के लिए मजबूर किया।

आदित्य ने अपने परिवार का नाम रोशन किया, जब उन्होंने तीसरी कोशिश में ही यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) की परीक्षा में सफलता हासिल की।

Success Story : शिक्षा और संघर्ष

आदित्य का जन्म पटना में हुआ था, जहां उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की। उनके परिवार में उनके तीन बहनों और एक भाई के साथ गुजरता था। उनके पिता का आर्थिक स्थिति निर्धन था, लेकिन वे उनके शिक्षा में प्रतिष्ठिति और सफलता की चाह रखते थे। आदित्य ने जामनगर जाकर अपनी शिक्षा की जरुरतों को पूरा करने का निर्णय लिया।

जहां उन्होंने कक्षा 8 और 9 में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। लेकिन उनकी 10वीं की परीक्षा में एक बाधा आई, जब उन्होंने प्यार में गिरकर रिजल्ट में कमी की। इसके परिणामस्वरूप, उनके पिता ने उन्हें पटना वापस लौटने के लिए मजबूर कर दिया।

Success Story :इंजीनियरिंग से उत्कृष्टता की ओर

आदित्य के जीवन का एक बड़ा मोड़ उनके इंजीनियरिंग अध्ययन के दौरान आया। उन्होंने अपने पिता के दबाव में इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया, जबकि उन्हें वास्तव में अंग्रेजी ऑनर्स में अध्ययन करने की इच्छा थी। उनकी इंजीनियरिंग में अच्छी प्रदर्शनी थी, लेकिन बचपन की गर्लफ्रेंड के साथ ब्रेकअप के बाद, उन्होंने एक दूसरे रास्ते का चुनाव किया।

Success Story :UPSC की ओर सपनों का सफर

आदित्य के लिए UPSC का सफर आसान नहीं था। 2021 और 2022 में उन्होंने UPSC की परीक्षा में असफलता का सामना किया, जो उनके आत्मविश्वास को कमजोर करने लगा। लेकिन उन्होंने इस नकारात्मकता को अपनी ताकत बनाया और बिना किसी बैकअप प्लान के उन्होंने अपनी तैयारी में पूरी मेहनत और जुनून लगाया। उन्होंने अपने अध्ययन को सेल्फ स्टडी पर फोकस किया और अपनी कठिनाइयों का सामना करते हुए यूपीएससी की परीक्षा को पास किया।

Success Story : सफलता की उच्चाईयों पर

2023 में, आदित्य ने अपनी मेहनत और संघर्ष का फल चखा और UPSC की परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 48 हासिल की। उन्होंने केवल यूपीएससी के वैकल्पिक विषय के लिए कोचिंग का सहारा लिया था, जबकि बाकी सभी तैयारी को स्व-स्टडी पर ध्यान दिया था। उनके इस सफलता के बाद, उन्होंने अपनी इच्छाओं को पूरा किया और अपने परिवार का गर्व बने।

आदित्य पांडे की इस सफलता की कहानी हमें यह सिखाती है कि अगर आपके सपने सच्चे हैं और आपमें उन्हें पूरा करने का जज्बा है, तो कोई भी मुश्किल आपके रास्ते को रोक नहीं सकती। उनकी यह कहानी और उनकी मेहनत हमें प्रेरित करती है कि हार-जीत, संघर्ष और उत्कृष्टता के माध्यम से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है।