Success Story : आर्थिक तंगहाली नहीं रोक सकी रास्ता, पिता की मृत्यु के बाद भी नहीं मानी हार, पास की UPSC परीक्षा, हासिल किया 78वीं रैंक

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UPSC Success Story, IAS Success Story, Success Story : अगर कोई जागरूक और प्रेरित होता है, तो उसे कामयाबी की ऊंचाइयों तक पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता। इसकी बेहतरीन मिसाल उन व्यक्तियों में से एक है डॉ. एस प्रशांत की।

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जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत, निष्ठा और संघर्ष से नीट और यूपीएससी जैसी महत्वपूर्ण परीक्षाओं में सफलता हासिल की है। वे न केवल मेडिकल के क्षेत्र में एक बेहतरीन छात्र रहे हैं, बल्कि अब एक सिविल सेवा परीक्षा के उम्मीदवार के रूप में भी अपने दम पर प्रमुख स्थान हासिल कर चुके हैं।

अद्वितीय पढ़ाई का सफर

डॉ. एस प्रशांत ने अपनी पढ़ाई की शुरुआत तमिलनाडु के मदुरै से की, जहां उन्होंने अपने स्कूली शिक्षा का आधार रखा। उन्होंने डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, गोपालपुरम से स्कूली शिक्षा पूरी की, और उसके बाद नीट (National Eligibility cum Entrance Test) की तैयारी में जुट गए। उनकी मेडिकल की पढ़ाई में उन्होंने मद्रास मेडिकल कॉलेज में प्रवेश प्राप्त किया और यहां उन्होंने एमबीबीएस के लिए टॉप किया।

यूपीएससी में ऊंची उड़ान

डॉ. प्रशांत ने यूपीएससी की तैयारी में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और 2023 में 78वीं रैंक हासिल की। इस सफलता के पीछे उनकी अनथाकी मेहनत, व्यक्तिगत समर्थन और अद्वितीय पढ़ाई विधि का विशेष महत्व था। उन्होंने अपनी इच्छा और प्रयत्न से यह साबित किया कि कठिनाइयों का सामना करने वाले व्यक्ति को कोई भी चीज रोक नहीं सकती।

सिविल सेवा का सफर

डॉ. प्रशांत का सपना है सिविल सेवा में सेवा करने का, जहां वे लाखों लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकें। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपनी दादी और मां को दिया है, जिन्होंने उनके प्रति समर्थन और प्रेरणा को बढ़ावा दिया।

सरकारी योजना बनी सहारा

डॉ. प्रशांत अपने जीवन में वह एकमात्र पुरुष थे, जिनसे सभी की उम्मीदें बंधी थीं। उनके परिवार में एक संदिग्ध समय था, जब उनके पिता का निधन हो गया और मां ने अपनी नौकरी छोड़ दी। इस कठिन समय में भी, उन्होंने अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए निरंतर प्रयास किया और अपने सपनों को साकार करने में सफलता प्राप्त की।

डॉ. एस प्रशांत की यह यात्रा हमें यह सिखाती है कि कोई भी संघर्ष कठिनाईयों से घिरा हो, लेकिन उम्मीद और मेहनत से व्यक्ति अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकता है। उनकी यह कहानी हमें प्रेरित करती है कि हालातों को अपने हाथों में लेकर व्यक्ति अपने सपनों को पूरा करने के लिए कितना भी तैयार हो सकता है।