Success Story : दादा ने भरी फीस, स्कॉलरशिप के पैसे से की पढ़ाई, असफलता के बाद कठिन परिश्रम, आईपीएस के बाद अब बने आईएएस टॉपर

Success Story, UPSC Success Story

Success Story, UPSC Success Story : भारतीय सिविल सेवा परीक्षा (UPSC) की सफलता का एक नया उच्चारण लखनऊ के आदित्य श्रीवास्तव ने किया है। इस साल की परीक्षा में वे ऑल इंडिया टॉपर रहे हैं, जिससे उनकी कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता का परिचय मिलता है। उनके सफलता के पीछे की कहानी, उनके परिवार के साथ उनका जुड़ाव और उनकी योगदानीय यात्रा को जानना अत्यंत प्रेरणादायक है।

आदित्य श्रीवास्तव का परिवार लखनऊ से है, जहां उनके पिता अजय श्रीवास्तव सेंट्रल ऑडिट डिपार्टमेंट में सहायक लेखाकार के पद पर कार्यरत हैं। उनकी मां आभा श्रीवास्तव एक गृहिणी हैं, जबकि उनके दादा शिवराम श्रीवास्तव आईटीआई से सेवानिवृत्त हैं। उनकी छोटी बहन प्रियांशी नई दिल्ली में सिविल सेवा की तैयारी कर रही हैं।

Success Story : यहाँ से की पढाई

आदित्य ने अपनी पढ़ाई की शुरुआत सीएमएस अलीगंज से की, और बाद में उन्होंने आईआईटी कानपुर से बीटेक और एमटेक की डिग्री प्राप्त की। उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा के लिए जर्मनी से स्कॉलरशिप भी प्राप्त की और इसे अपनी पढ़ाई में निवेश किया।

Success Story : सेल्फ स्टडी पर ध्यान दिया

सिविल सेवा की तैयारी में आदित्य ने कोचिंग नहीं ली, बल्कि सेल्फ स्टडी पर ध्यान दिया। उन्होंने सिलेबस को अच्छी तरह से समझा और टेस्ट सिरीज के माध्यम से अपनी तैयारी को पूरी तरह से तैयार किया। उन्होंने अपनी मेहनत और धैर्य का सहारा लिया और अंत में अपने लक्ष्य में सफल रहे।

Success Story : नहीं मानी हार

प्रारंभिक परीक्षा में पहली बार सफलता नहीं मिलने पर भी आदित्य ने हार नहीं मानी और नए उत्साह के साथ तैयारी जारी रखी। उन्होंने अपने उत्साह और लगन से अपना लक्ष्य हासिल किया और इस बात का प्रमाण उनकी सफलता है।

Success Story : अंडर ट्रेनी आईपीएस ऑफिसर के रूप में तैनात

आदित्य श्रीवास्तव अब हैदराबाद में अंडर ट्रेनी आईपीएस ऑफिसर के रूप में तैनात हैं और अपने करियर को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनके परिवार का साथ, उनकी लगन और निरंतर प्रयास ने उन्हें सफलता की ऊँचाइयों तक पहुँचाया है।

यह था आदित्य श्रीवास्तव की प्रेरणादायक कहानी, जो हमें यह बताती है कि मेहनत, धैर्य और निरंतर प्रयास से कोई भी अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकता है। उनकी कहानी एक प्रेरणा स्रोत है, जो हर उम्मीदवार के लिए मोटिवेशन और दिशा प्रदान करती है।