अंबिकापुर – NSUI जिला अध्यक्ष हिमांशु जायसवाल ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा है की विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों में छात्र संघ चुनाव का मकसद होता है, छात्रों में नेतृत्व क्षमता को निखारना, देश में लोकतंत्र है और उसी के अनुसार लोकतंत्रात्मक पद्धति से छात्र नेताओं का भी चुनाव हो तो इससे देश के लोकतंत्र एवं चुनाव पद्धति के प्रति युवाओं में शुरू से ही एक विश्वास जागृत होती है। देश के इतिहास को यदि पलट कर देंखें तो आप पाएंगे कि केंद्र एवं राज्यों की सरकार के महत्वपूर्ण पदों पर छात्र संघ कार्यकाल में विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय का नेतृत्व करने वालों ने देश एवं राज्य की सरकार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सरकार युवाओं के नेतृत्व क्षमता को दबाना चाहती है, यही कारण है कि युवाओं के लिए किए गए वायदे को पूरा नहीं करने वाली सरकार ने युवाओं से डर कर छात्र संघ चुनाव को नहीं कराने का फैसला लिया है।
हिमांशु ने यह भी कहा की यदि सरकार समय रहते युवाओं के हित में फैसला नहीं करती तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। यह कहना कि पढ़ाई प्रभावित होती है, कॉलेज का माहौल खराब होता है बिल्कुल गलत है। कॉलेजों में सुविधाओं का अभाव है, प्राध्यापकों का अभाव है, शैक्षणिक सुविधाओं के अभाव को दूर करना छोड़ चुनाव की पद्धति को बंद करना, लोकतंत्र पर सीधा सीधा कुठाराघात है। सरकार यह जानती है कि प्रदेश में तेजी से सरकार के विरुद्ध माहौल बन रहा है और पिछले चुनाव में भी आधे से अधिक कॉलेजों में एनएसयूआई का कब्जा था, आगे फिर भाजपा के अनुषांगिक संघठन के लोगों को मुंह की न खानी पड़े इसलिए ऐसा फैसला किया गया है। सरकार नहीं सुनेगी तो जोरदार आंदोलन किया जायेगा, सड़क से लेकर विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय तक उग्र आंदोलन किया जाएगा।