अम्बिकापुर (सीतापुर से अनिल उपाध्याय )
पहुँचविहीनता के अभिशाप से मुक्ति दिलाने मंगरैलगढ़ पहुँच मार्ग में दस लाख की लागत से बन कर तैयार पुलिया में दरार पड़ गई जबकि पुलिया को तैयार हुये मात्र छः माह ही हुये थे।इस पुल के बनने से मंगरैलगढ़ आने वाले श्रद्धालुओं ने राहत की साँस ली थी किन्तु दरारों के कारण अब उन्हें पुलिया का भविष्य खतरे में नजर आ रहा है।पुलिया की हालत देख विभाग द्वारा इसकी गुणवत्ता एवं मजबूती हेतु किये गये सारे दावे खोखले साबित नजर आ रहे है।लोगो ने इस निर्माण कार्य की जाँच की माँग की है।
गौरतलब है कि माँड़ नदी के किनारे स्थित धार्मिक आस्था का केंद्र मंगरैलगढ़ धाम को पहुँचविहीन होने के अभिशाप से मुक्ति दिलाने सरगुजा एवं उत्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण मद से दस लाख की लागत से भावराडॉड से मंगरैलगढ़ मार्ग पर पुलिया निर्माण कराया गया था निर्माण एजेंसी का जिम्मा ग्राम पंचायत को सौप गया था।मद से राशि प्राप्त होते ही निर्माण एजेंसी द्वारा 27 अप्रेल 2017 को कार्य प्रारम्भ कराया गया और 22 नवंबर को पुलिया बन कर तैयार हो गया।चूँकि इस मार्ग में पुलिया नही होने की वजह से लोगो को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था बारिश में तो दिक्कत ज्यादा बढ़ जाती थी लोगो को इस रास्ते से होकर मंगरैलगढ़ पहुँचना दूभर हो जाता था श्रद्धालु लंबी दूरी तय कर दूसरे मार्ग से मंगरैलगढ़ पहुँचते थे।इस पुलिया के बन जाने से क्षेत्र के लोगो सहित दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं को बड़ी राहत मिली थी अब उनका अपने साधन से मंगरैलगढ़ पहुँचना आसान हो गया था किन्तु छः माह बाद पुलिया में निर्मित दरारों ने इसके निर्माण कार्य के दौरान गुणवत्ता में बरती गई लापरवाही की पोल खोल कर रख दी और अस्तित्व पर सवाल खड़े कर दिये इसके अलावा पुलिया के ऊपरी हिस्से के दोनों किनारों में सुरक्षा के लिहाज से बनाये गये सुरक्षा बिंब भी टूट कर गिर गये।कई दशकों बाद मंगरैलगढ़ धाम को पहुँचविहीन से मुक्ति दिलाने बनी इस पुलिया के चंद दिनों में ये हाल देख श्रद्धालु काफी दुःखी है।इस संबंध में दूर-दराज से आये श्रद्धालु शिवमंगल सिंह मनोहर सिंह रामप्रसाद देवप्रसाद ज्ञानचंद मनोहर सिंह सुकुल खैरवार आदि ने कहा कि इस पुलिया निर्माण से दूर दराज से आने वाले श्रद्धालुओं को काफी राहत मिला है लोग बिना किसी परेशानी के अपनी साधन से भवराडॉड होते हुये मंगरैलगढ़ पहुँचने लगे है किंतु दरार की वजह से पुलिया का भविष्य खतरे में पड़ गया है।उन्होंने घटिया निर्माण पर चिंता जाहिर करते हुये जाँच की माँग की है।
इस संबंध में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत संजय सिंह ने कहा कि लोगो की शिकायत उन तक पहुँचेगी तो अवश्य उस पुलिया निर्माण की जाँच कराई जायेगी।