नई दिल्ली. ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के पहले दिन 3 विकेट के नुकसान पर 327 रन बनाए. कोई भी भारतीय अपना असर नहीं छोड़ पाए. इस मैच में टेस्ट के नंबर-1 गेंदबाज आर अश्विन को चौथे तेज गेंदबाज के कारण टीम में शामिल नहीं किया गया. पर कप्तान रोहित शर्मा का ये फैसला टीम के काम आता नहीं दिख रहा. क्योंकि ऑस्ट्रेलिया ने पहले ही दिन बड़े स्कोर की नींव खड़ी कर दी. अब टीम इंडिया के बॉलिंग कोच पारस म्हाम्ब्रे ने अश्विन को बाहर रखने के फैसले का बचाव किया है. उन्होंने कहा कि आर अश्विन को टीम में नहीं शामिल करने का फैसला मौजूदा कंडीशन को देखते हुए लिया गया.
पारस म्हाम्ब्रे ने ओवल टेस्ट में पहले दिन के खेल के बाद कहा कि ओवल में मौसम पिछले 3 दिन से ठंडा और ओवरकास्ट था. खासतौर पर सुबह के वक्त ऐसा ज्यादा था. हालांकि, दोपहर और शाम के समय अच्छी धूप हो रही थी. इसे देखते हुए ही अश्विन को टीम में नहीं रखा गया.
म्हाम्ब्रे के मुताबिक, “उनके (अश्विन) जैसे चैंपियन गेंदबाज को बाहर करना हमेशा बहुत मुश्किल फैसला होता है. सुबह की परिस्थितियों को देखते हुए हमने सोचा कि एक अतिरिक्त सीमर फायदेमंद होगा. अतीत में ये रणनीति हमारे काम भी आई है. तेज गेंदबाजों ने हमारे लिए अच्छा प्रदर्शन किया है. आप हमेशा पीछे देखकर ये कह सकते हैं कि एक अतिरिक्त स्पिनर को रखना अच्छा होता. लेकिन, हमने कंडीशन को देखते हुए ये फैसला लिया.”
खिलाड़ी भी टीम कॉम्बिनेशन की अहमियत जानते हैं: म्हाम्बे
जब टीम इंडिया के बॉलिंग कोच से ये सवाल पूछा गया कि जिस खिलाड़ी को प्लेइंग Xi में शामिल नहीं किया जा रहा, उससे टीम मैनेजमेंट का संवाद किस तरह का होता है. इस सवाल के जवाब में पारस म्हाम्ब्रे ने कहा, “मैच से पहले काफी दिनों तक टीम कॉम्बिनेशन को लेकर चर्चा करते हैं. हमने तीन-चार दिन यहां अभ्यास किया और विकेट देखने के बाद खिलाड़ियों से बात होती है. खिलाड़ी भी टीम कॉम्बिनेशन की अहमियत समझते हैं.”
बॉलिंग कोच ने आगे कहा कि टीम इंडिया दूसरे दिन वापसी करेगी. दूसरी नई गेंद हरकत कर रही है. दूसरे दिन पहले सेशन का खेल अहम रहेगा.