Paris Olympics 2024 : विनेश फोगाट ने रचा इतिहास, रेसलिंग फाइनल में पहुंचने वाली बनी पहली भारतीय महिला एथलीट, आज है फाइनल मुकाबला, गोल्ड पर नजर

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Paris Olympics 2024, Olympics 2024, Vinesh Phogat, Vinesh Phogat Medal, Vinesh Phogat Wrestler : भारत की स्टार पहलवान विनेश फोगाट ने फिर देश का नाम रोशन किया है। महिला कुश्ती के 50 किलोग्राम भारवर्ग में उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए क्यूबा की यूस्नेलिस को 5-0 से हराकर फाइनल में जगह बना ली है। इस जीत के साथ विनेश ने अब कम से कम सिल्वर मेडल सुनिश्चित कर लिया है।

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7 अगस्त को विनेश फोगाट का मुकाबला फाइनल में यूएसए की पहलवान साराह एन हिल्डेब्रांट से होगा। विनेश की सेमीफाइनल में जीत के बाद उनकी फाइनल में जगह बनाने की संभावना ने भारतीय खेल प्रेमियों के बीच उत्साह भर दिया है। ओलंपिक के 128 साल के इतिहास में ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गई हैं।

सेमीफाइनल में शानदार प्रदर्शन

सेमीफाइनल में क्यूबा की यूस्नेलिस के खिलाफ विनेश फोगाट का प्रदर्शन शानदार रहा। पहले राउंड के तीन मिनट में विनेश ने 1-0 की बढ़त बनाई और अपने प्रतिद्वंद्वी की मुश्किलें बढ़ा दीं। दूसरे राउंड में विनेश ने एक शानदार टेकडाउन किया और 4 और अंक बटोरे, जिससे उनकी कुल बढ़त 5-0 हो गई। पूरे मैच के दौरान विनेश की डिफेंसिव स्किल्स और काउंटर अटैक की रणनीति देखने लायक थी। क्यूबा की पहलवान संघर्ष करती नजर आई और जवाब में एक भी अंक स्कोर नहीं कर पाई।

विनेश ने ना केवल उत्कृष्ट डिफेंसिव गेम का प्रदर्शन किया बल्कि उन्होंने प्रतिद्वंद्वी पर दबदबा बनाए रखा और अंत में स्पष्ट जीत दर्ज की। विनेश की यह जीत न केवल उनकी व्यक्तिगत मेहनत का परिणाम है बल्कि भारत के कुश्ती क्षेत्र में भी एक नई उम्मीद की किरण है।

फाइनल में उम्मीदें

अब विनेश का सामना फाइनल मुकाबले में यूएसए की साराह एन हिल्डेब्रांट से होगा, जिन्होंने 2020 टोक्यो ओलंपिक्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। विनेश फोगाट का गोल्ड पर निशाना साधना निश्चित है, क्योंकि उन्होंने पहले राउंड में ही डिफेंडिंग ओलंपिक चैंपियन युई सुसाकी को हराकर सभी को चकित कर दिया था। विनेश ने इस मैच में 4 बार की वर्ल्ड चैंपियन और 2020 टोक्यो ओलंपिक्स की गोल्ड मेडलिस्ट युई सुसाकी को 3-2 से हराया था।

वहीं क्वार्टरफाइनल में विनेश ने यूक्रेन की ओक्साना लिवाच को 7-5 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया था। इन जीतों ने विनेश को ऐतिहासिक कारनामा करने के बेहद करीब पहुंचा दिया है।

रियो ओलंपिक्स की निराशा

विनेश फोगाट का यह सफर 2016 रियो ओलंपिक्स की निराशा को पीछे छोड़ते हुए नई ऊचाइयों की ओर बढ़ रहा है। आठ साल पहले रियो ओलंपिक्स में विनेश ने क्वार्टरफाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन घुटने की चोट के कारण वह प्रतियोगिता में आगे नहीं बढ़ सकी थीं। उस समय विनेश की स्थिति इतनी दयनीय हो गई थी कि उन्हें मैट पर बैठकर रोते हुए देखा गया था।

अब, विनेश ने अपनी मेहनत और समर्पण के बल पर अपनी विफलताओं को पार कर लिया है और फाइनल में जगह बना ली है। 7 अगस्त को फाइनल मुकाबला खेलना विनेश के लिए न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि है बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है।

आशा और भविष्य

विनेश फोगाट की इस शानदार यात्रा ने न केवल भारतीय कुश्ती को नई दिशा दी है, बल्कि आगामी खिलाड़ियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनी है। उनके प्रदर्शन ने यह सिद्ध कर दिया है कि मेहनत और दृढ़ संकल्प के साथ किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।

फाइनल में उनका मुकाबला चाहे जैसा भी हो, उनके पिछले प्रदर्शन और अनुभव ने उन्हें इस ऐतिहासिक क्षण के लिए तैयार किया है। देशभर के खेल प्रेमी विनेश के फाइनल में शानदार प्रदर्शन की कामना कर रहे हैं और उनकी सफलता की दुआ कर रहे हैं।