Paris Olympics 2024, Olympic 2024, Neeraj chopra, Champion Neeraj Chopra, Javeline Throw : पेरिस ओलिंपिक्स में भारतीय जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा की शानदार शुरुआत देखने को मिली। क्वॉलिफाइंग राउंड में नीरज ने अपनी बेहतरीन थ्रो के साथ अन्य प्रतियोगियों को पीछे छोड़ते हुए फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली।
क्वॉलिफाइंग राउंड में नीरज चोपड़ा का थ्रो 89.34 मीटर था, जो इस राउंड में बेस्ट था। उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में यह दूरी तय की और क्वॉलिफिकेशन राउंड को पहले स्थान पर समाप्त किया। इससे यह साफ हो गया कि नीरज फाइनल के लिए तैयार हैं।
हालांकि नीरज ने गोल्ड मेडल को लेकर सीधे-सीधे बयान देने से इनकार किया। उन्होंने कहा, “नहीं जी, अभी यह सवाल बनता नहीं। क्वॉलिफिकेशन राउंड और फाइनल में बिल्कुल अलग माइंड सेट होता है। अभी तो सिर्फ यही सोचना चाहिए कि बहुत अच्छी शुरुआत हुई है। फाइनल के लिए जितने अच्छी तैयारी के साथ आ सकें, उतना ही अच्छा होगा।”
क्वॉलिफिकेशन राउंड की स्थिति
जैवलिन थ्रो के क्वॉलिफिकेशन राउंड को दो ग्रुप्स में बांटा गया था, प्रत्येक ग्रुप में 16-16 ऐथलीट्स थे। नीरज ग्रुप-बी में थे और उन्होंने अपने पहले प्रयास में 89.34 मीटर थ्रो कर क्वॉलिफिकेशन में अपनी स्थिति मजबूत कर दी। इस ग्रुप में उनके साथ ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स (88.63 मीटर) और पाकिस्तान के अरशद नदीम (86.59 मीटर) ने भी फाइनल में जगह बनाई।
इसके विपरीत, ग्रुप-ए में 16 में से सिर्फ चार ऐथलीट्स ने 84 मीटर का मार्क पार किया। जर्मनी के जूलियन वेबर ने 87.76 मीटर का थ्रो किया और चेकिया के याकुब वाडलेख ने 85.63 मीटर का थ्रो किया। भारत के दूसरे जैवलिन थ्रोअर किशोर जेना ने 80.73 मीटर का थ्रो करके अपने ग्रुप में नौवां स्थान प्राप्त किया, और वे फाइनल में जगह बनाने में असफल रहे।
फाइनल की तैयारी और प्रतिद्वंद्वी
नीरज चोपड़ा के प्रतिद्वंद्वियों में ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स भी शामिल हैं, जिनका पर्सनल बेस्ट 93.07 मीटर है। पीटर्स का कहना है कि उनका लक्ष्य डेनमार्क के आंद्रियास थोर्किल्डसन का ओलिंपिक्स रेकॉर्ड (90.57 मीटर) तोड़ने का है। उन्होंने नीरज चोपड़ा को एक चुनौतीपूर्ण प्रतिद्वंद्वी मानते हुए कहा, “वह तो ओलिंपिक्स चैंपियन हैं। उनको हर कोई हराना चाहेगा। फाइनल में पहुंचा हर ऐथलीट चुनौती देगा।”
पाकिस्तान के अरशद नदीम ने भी फाइनल में अपनी सफलता की कामना की। उन्होंने कहा, “मेरी यही दुआ है कि मैं भी जीतूं और नीरज भी जीतें। हम दोनों यहां से मेडल के साथ लौटें।”
फाइनल के लिए तैयारी
फाइनल में पहुंचने वाले 12 ऐथलीट्स में से पांच का व्यक्तिगत बेस्ट 90 मीटर से ऊपर है। इनमें से कई एथलीट्स को नीरज ने पहले कभी हराया है। क्वॉलिफिकेशन के बाद नीरज ने संकेत दिया कि उनका असली मुकाबला अभी बाकी है। उन्होंने कहा, “असली चीज अभी बाकी है। कोशिश यही है कि अपना जो बेस्ट है उसको फाइनल के लिए बचाकर रखें।”
नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलिंपिक्स के क्वॉलिफिकेशन राउंड में अपनी अद्वितीय क्षमता और तैयारी का प्रदर्शन किया है। अब फाइनल मुकाबले के लिए उनकी रणनीति और तैयारी पर सभी की निगाहें हैं। नीरज की शानदार शुरुआत और उनके आत्मविश्वास को देखते हुए, यह उम्मीद की जा रही है कि वे अपने प्रदर्शन को फाइनल में भी जारी रखेंगे और भारत को एक और गोल्ड मेडल दिला सकते हैं।