मुंबई. मुंबई के पूर्व क्रिकेटर सचिन देशमुख की कोरोना से मौत हो गई है. ठाणे के वेदांत हॉस्पिटल में उन्होंने मंगलवार को आखिरी सांस ली. वो 52 साल के थे. उनके दोस्तों के मुताबिक उन्होंने अस्पताल में भर्ती होने से मना कर दिया था, जबकि उन्हें कई दिनों से बुखार था. 9 दिनों के बाद पता चला कि उन्हें कोरोना है. देशमुख एक शानदार क्रिकेटर थे. अपने जमाने में उन्हें मुंबई और महाराष्ट्र दोनों लिए रणजी टीम में जगह मिली थी. लेकिन प्लेइंग इलेवन में उन्हें मौका नहीं मिला था.
अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया ने उनके दोस्त अभिजीत देशपांडे के हवाले से लिखा है कि सचिन देशमुख ने उनकी कप्तानी में साल 1986 के कूच विहार ट्रॉफी में धमाल मचा दिया था. पांच पारियों में उन्होंने 3 शतक लगाए थे, जिसमें 183, 130 और 110 की पारी शामिल है. अभिजीत ने उनके साथ स्कूली क्रिकेट खेली थी. देशमुख इन दिनों मुंबई में एक्साइज एंड कस्टम डिपार्टमेंट में सुपरिटेंडेंट के तौर पर काम करते थे.
1990 के दौर में इंटर यूनिवर्सिटी टूर्नामेंट में सचिन देशमुख ने धमाल मचा दिया था. उन्होंने उस वक्त 7 मैचों में 7 शतक लगाने का अनोखा रिकॉर्ड बनाया था. वो मिडिल ऑर्डर के धमाकेदार बल्लेबाज़ थे. भारत के पूर्व विकेटकीपर माधव मंत्री के मुताबिक देशमुख एक बेहद प्रतिभाशालीऔर गिफ्टेड क्रिकेटर थे. उनके एक करीबी दोस्त रमेश वाजगे ने बताया कि उनकी मौत हर किसी के लिए एक मैसेज है कि वो कोरोना को हल्के में न लें. दरअसल देर से हॉस्पिटल में भर्ती होने के चलते देशमुख की मौत हो गई.