
IPL 2025: इंडियन प्रीमियर लीग में लगातार दो सीजन अपनी टीमों को फाइनल तक पहुंचाने वाले श्रेयस अय्यर इन दिनों क्रिकेट जगत में चर्चा का बड़ा विषय बने हुए हैं। IPL 2025 में भले ही वह अपनी टीम पंजाब किंग्स को खिताब दिलाने से चूक गए, लेकिन उनकी कप्तानी और बल्लेबाजी का हर कोई मुरीद हो गया है। IPL के बाद अब अय्यर T20 मुंबई लीग में भी अपनी कप्तानी का दमखम दिखा रहे हैं।
अय्यर ने पंजाब किंग्स को उनके IPL इतिहास के पहले खिताब के बेहद करीब पहुंचाया। इस कामयाबी के साथ ही वह महेंद्र सिंह धोनी और रोहित शर्मा के बाद IPL के तीन फाइनल में अपनी टीम को ले जाने वाले तीसरे कप्तान बन गए हैं। खास बात यह है कि अय्यर ने यह उपलब्धि तीन अलग-अलग फ्रेंचाइजी के साथ पिछले पांच सालों में हासिल की है। यह कारनामा उस खिलाड़ी के लिए और भी अहम हो जाता है, जिसे इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टेस्ट टीम में जगह नहीं मिली।
हमेशा बेस्ट देने की रहती है कोशिश
अपनी कप्तानी को लेकर अय्यर ने कहा कि कप्तानी करने से जिम्मेदारी का अहसास बढ़ जाता है। जब आप कप्तान होते हैं तो हर हालात में टीम आपसे उम्मीद करती है। विपरीत परिस्थितियों में भी आपको आगे रहकर फैसले लेने होते हैं। वह हमेशा अपनी टीम के लिए बेस्ट देने की कोशिश करते हैं।
कोलकाता नाइट राइडर्स को IPL 2024 में चैंपियन बनाने वाले और इस साल पंजाब किंग्स को फाइनल तक पहुंचाने वाले अय्यर ने T20 मुंबई लीग में सोबो मुंबई फाल्कंस को सेमीफाइनल में पहुंचाने के बाद कहा कि उन्हें कप्तानी करना पसंद है, इससे उनकी परफॉर्मेंस भी बेहतर होती है। दबाव की स्थिति में खेलना उन्हें अच्छा लगता है।
श्रेयस अय्यर ने IPL 2025 में शानदार 604 रन बनाकर अपनी टीम की सफलता में अहम भूमिका निभाई, हालांकि इसके बावजूद वह इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए चुनी गई टीम में जगह नहीं बना सके। अय्यर ने कहा कि वह 22 साल की उम्र से कप्तानी कर रहे हैं और इस जिम्मेदारी को हमेशा एक चुनौती और मौके के रूप में लेते हैं।
कप्तानी करना पसंद
उन्होंने कहा कि वह हमेशा खुद को जोन में रखने की कोशिश करते हैं और परिस्थितियों के अनुसार खेलते हैं। उन्हें कप्तानी में मजा आता है। वह चाहते हैं कि उनका नाम दर्शकों की जुबान पर हो। वही उनके लिए सबसे बड़ी प्रेरणा है। कप्तानी और बल्लेबाजी दोनों में लगातार बेहतर प्रदर्शन करने वाले श्रेयस अय्यर को अब भविष्य के भारतीय कप्तान के मजबूत दावेदार के रूप में देखा जाने लगा है। IPL और घरेलू क्रिकेट में उनकी लीडरशिप स्किल्स ने यह साबित कर दिया है कि वह टीम को कठिन हालात में भी संभालने का माद्दा रखते हैं।