
स्पोर्ट्स डेस्क। अबुधाबी में आयोजित आईपीएल 2026 मिनी ऑक्शन में उत्तर प्रदेश के युवा ऑलराउंडर प्रशांत वीर ने ऐसा कारनामा कर दिखाया, जिसने पूरी क्रिकेट दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। जैसे ही नीलामी मंच पर उनका नाम पुकारा गया, फ्रेंचाइजियों के बीच जबरदस्त होड़ शुरू हो गई। लखनऊ सुपर जायंट्स और मुंबई इंडियंस से शुरू हुई बोली की जंग में देखते ही देखते राजस्थान रॉयल्स, कोलकाता नाइट राइडर्स, सनराइजर्स हैदराबाद और चेन्नई सुपर किंग्स भी कूद पड़ीं। लंबी और रोमांचक प्रतिस्पर्धा के बाद आखिरकार चेन्नई सुपर किंग्स ने 14 करोड़ 20 लाख रुपये की भारी-भरकम बोली लगाकर प्रशांत वीर को अपने खेमे में शामिल कर लिया।
इस डील के साथ ही प्रशांत वीर आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ी बन गए। खास बात यह है कि इस चमकते सितारे के पिता एक शिक्षामित्र हैं, जिससे उनकी सफलता की कहानी और भी प्रेरणादायक बन जाती है। घरेलू क्रिकेट में लगातार प्रभावशाली प्रदर्शन करने वाले इस बाएं हाथ के स्पिन-बॉलिंग ऑलराउंडर को चेन्नई सुपर किंग्स में रविंद्र जडेजा के संभावित विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है, जिन्हें सीएसके ने हाल ही में राजस्थान रॉयल्स के साथ ट्रेड किया है।
24 नवंबर 2005 को उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में जन्मे प्रशांत वीर ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2025 में अपने खेल से सभी को प्रभावित किया। अमेठी के संग्रामपुर ब्लॉक के रहने वाले इस युवा खिलाड़ी ने घरेलू टी20 क्रिकेट में अब तक सात पारियों में नौ विकेट झटके हैं, वहीं छह पारियों में 112 रन भी बनाए हैं, जिनमें तीन नाबाद पारियां शामिल हैं। अपने पहले ही मुकाबले में जम्मू-कश्मीर के खिलाफ 10 गेंदों में नाबाद 37 रन की तूफानी पारी खेलकर उन्होंने सुर्खियां बटोरी थीं।
इससे पहले यूपी टी20 लीग में नोएडा सुपर किंग्स के लिए खेलते हुए भी प्रशांत वीर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हैं। उनकी निरंतरता और ऑलराउंड प्रदर्शन से प्रभावित होकर चेन्नई सुपर किंग्स ने उन्हें ट्रायल के लिए भी बुलाया था, जिसका नतीजा अब आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट के रूप में सामने आया है। खास बात यह रही कि उन्होंने महज सात दिनों में मुंबई और कोलकाता के बीच लगातार यात्रा करते हुए सीनियर टी20 और अंडर-23 स्तर पर छह मुकाबले खेले और 170 के स्ट्राइक रेट से 112 रन बनाने के साथ 6.76 की इकॉनमी से नौ विकेट भी झटके।
सिर्फ 20 साल की उम्र में 14.20 करोड़ रुपये की इस ऐतिहासिक बोली ने प्रशांत वीर के जीवन में एक नए अध्याय की शुरुआत कर दी है। घरेलू क्रिकेट से निकलकर अब वह चेन्नई सुपर किंग्स की भविष्य की योजनाओं का अहम चेहरा बनने की दहलीज पर खड़े हैं, जहां उनसे जडेजा जैसी भूमिका निभाने की उम्मीदें जुड़ गई हैं।




