भारतीय महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने देश के युवाओं को दी सलाह
लेकिन उन्होंने आधुनिक गैजेट पर ज्यादा समय बरबाद करने के लिये उन्हें हतोत्साहित भी किया.
तेंदुलकर ने एनडीटीवी द्वारा दुनिया की 25 जानी मानी महान हस्तियों को सम्मानित करने वाले कार्यक्रम में कहा कि अगर कोई सपनों का पीछा करता है तो सपने सच होते हैं.
उन्होंने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से पुरस्कार स्वीकार करने के बाद कहा, ‘‘मैं भारत के युवाओं को सपने देखने के लिये कहूंगा क्योंकि अगर सपनों का पीछा किया जाये तो सपने सच होते हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने भी कई बार असफलता का सामना किया लेकिन सबसे महत्वपूर्ण चीज है कि मैंने अपने खेल से सबसे अहम सीख यह ली कि जब आप हारते हो तो आप दूसरी चुनौती के लिये तैयार हो जाते हो.’’
तेंदुलकर ने कहा, ‘‘मैं यह पुरस्कार पाकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं. मैं भारत के युवाओं को संदेश दूंगा, मेरी दादी कहती थीं ‘स्वास्थ्य ही धन है, अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखो’