भारत ने कंगारुओ को 9 विकेट से दी पटखनी.. विराट और भारत ने रचा नया इतिहास……

 

भारत ने कंगारुओ के पांच बल्जेबाजो द्वारा बनाए हिमालय से स्कोर को बौना साबित करते हुए,, एक ऐतहासिक जीत दर्ज कराई है। रोहित शर्मा, विराट कोहली और शिखर धवन की लजवाब पारी की बदौलत भारत ने आस्ट्रेलिया टीम को 9 विकेट की करारी मात दी है। जिसके साथ ही भारत 7 मैचो की सीरीज मे 1-1 से आस्ट्रेलिया की बराबरी भी कर ली है।

सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेले गए दूसरे वनडे में विराट कोहली और रोहित शर्मा के शानदार शतकों की बदौलत टीम इंडिया ने 360 रन के पहाड़ से स्कोर को पीछे छोड़ते हुए ऑस्ट्रेलिया को 9 विकेट से रौंद दिया है। शिखर धवन ने 86 गेंदों पर 95 रन की आकर्षक पारी खेली। उन्होंने रोहित के साथ पहले विकेट के लिए 26.1 ओवर में 176 रन जोड़े। तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए विराट कोहली मजबूती से जमे हुए हैं।

ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष क्रम के पांचों बल्लेबाजों ने अर्धशतक लगाकर नया रिकार्ड बनाया लेकिन रोहित (नाबाद 141), कोहली (नाबाद 100) और धवन (95) की बेमिसाल पारियों से भारत ने 39 गेंद शेष रहते ही जीत दर्ज करके सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करने का अपना नया रिकार्ड बना दिया।

ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 360 रन का पहाड़ सरीखा टारगेट रखा है। ऑस्ट्रेलिया के टॉप बैटिंग ऑर्डर ने भारतीय गेंदबाजों की बेरहमी से पिटाई करते हुए 5 विकेट के नुकसान पर 359 रन बनाए। कैप्टन जॉर्ज बैले ने धुआंधार नॉटआउट फिफ्टी (50 बॉल में 92 रन) बनाई। इसके अलावा एरोन फिंच, फिलिप ह्यूज, शेन वॉटसन और ग्लेन मैक्सवेल के अर्धशतकों ने भी टीम को एक बड़े स्कोर तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। भारतीय गेंदबाजों की नाकामी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि टॉप ऑर्डर के पांचों ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज अपना-अपना अर्धशतक पूरा करने में सफल रहे।

Rohit-Sharma      रोहित ने अपनी पारी में 123 गेंद खेली तथा 17 चौके और चार छक्के लगाए लेकिन वह कोहली थे जिन्होंने भारत की जीत बिल्कुल आसान बनाई। उन्होंने 52 गेंद की पारी में आठ चौके और सात छक्के लगाए। कोहली ने वीरेंद्र सहवाग के न्यूजीलैंड के खिलाफ हैमिल्टन में 2009 में 60 गेंद पर बनाए गए शतक का रिकार्ड भी तोड़ा। उन्होंने वनडे में सातवां सबसे तेज शतक भी लगाया।

कोहली और रोहित ने दूसरे विकेट के लिए केवल 17.2 ओवर में 186 रन की अटूट साझेदारी की। उनकी इस तूफानी भागीदारी से भारत ने जहां सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करने का नया रिकार्ड बनाया वहीं ऑस्ट्रेलिया को दूसरी बार बड़ा स्कोर बनाने के बावजूद मुंह की खानी पड़ी। दक्षिण अफ्रीका ने 2006 में जोहानिसबर्ग में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नौ विकेट पर 438 रन बनाकर जीत दर्ज की थी।

भारत ने इससे पहले मार्च 2012 में पाकिस्तान के खिलाफ ढाका में बाद में बल्लेबाजी करते हुए 330 रन बनाकर जीत दर्ज की थी जो अब तक उसका सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करने का रिकार्ड था। यही नहीं भारत ने नवंबर 2009 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही हैदराबाद में बाद में बल्लेबाजी करते हुए 347 रन बनाये थे लेकिन तब वह तीन रन से हार गया था।

Britain ICC Trophy India West Indies                धवन और रोहित ने शुरू से ही गेंदबाजों पर हावी होने की रणनीति अपनायी और उन्होंने जो नींव रखी आखिर में वह मजबूत साबित हुइ। धवन का शुरू में भाग्य ने पूरा साथ दिया। जब वह 18 रन पर थे तब क्लाइंट मैकाय की गेंद पर विकेटकीपर ब्रैड हैडिन ने उनका कैच छोड़ा। इसके बाद 42 रन के निजी योग पर वह रन आउट की विश्वसनीय अपील से बचे।

 

भारत ने पहले पावरप्ले में ही स्कोर 69 रन पहुंचा दिया था। रोहित पहले 50 रन तक पहुंचे लेकिन धवन भी डोहर्टी के अगले ओवर में अपनी पारी का छठा चौका लगाकर 50 रन के पार पहुंच गए। इसके बाद उन्होंने अधिक तेजी दिखायी और जल्द ही अपने साथी बल्लेबाज से आगे निकल गये। जानसन, फाकनर और वाटसन किसी को भी धवन ने नहीं बख्शा।

 

बाएं हाथ का यह बल्लेबाज हालांकि अपना चौथा शतक पूरा नहीं कर पाया। फाकनर की गुडलेंथ गेंद उनके बल्ले को चूमती हुई हैडिन के दस्तानों में चली गयी। धवन ने अपनी पारी में 86 गेंद खेली तथा 14 चौके लगाये। उन्होंने और रोहित ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले विकेट के लिए सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली के 1998 में कानपुर में बनाए गए 175 रन की साझेदारी के रिकार्ड को तोड़ा।

 

कोहली ने आते ही लंबे शाट खेलने शुरू कर दिए। उन्होंने डोहर्टी पर अपनी पारी का दूसरा छक्का जड़कर 30वें ओवर में स्कोर 200 रन के पार पहुंचा दिया। अब भारतीय बल्लेबाजों ने टी20 की शैली में बल्लेबाजी करना शुरू कर दिया था और छक्कों की बरसात होने लगी थी। कोहली ने हर गेंदबाज को कड़ा सबक सिखाया। सवाई मानसिंह स्टेडियम में उनकी बल्लेबाजी देखकर ऐसा लग रहा था कि मानो यह दुनिया का सबसे आसान काम हो। रोहित ऐंठन के बावजूद कसर नहीं छोड़ रहे थे। उन्होंने जानसन पर चौका जड़कर अपना तीसरा और सलामी बल्लेबाज के रूप में पहला शतक पूरा किया।

 

कोहली ने भी जल्द ही अपना 16वां वनडे शतक पूरा किया जबकि रोहित ने पारी के 44वें ओवर में मैक्सेवल की तीन गेंदों पर चौका, छक्का और फिर चौका जड़कर भारत को लक्ष्य तक पहुंचाया।

ऑस्ट्रेलिया का इससे पहले भारतीय जमीन पर सर्वाधिक स्कोर 28 अक्टूबर 2009 को नागपुर में सात विकेट पर 354 रन था। ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष क्रम ने लगातार दूसरे मैच में भारतीय गेंदबाजों की तबीयत से धुनाई की। ऑस्ट्रेलिया ने पुणे में पहले वनडे में 304 का स्कोर बनाया था।

ऑस्ट्रेलियाई पारी में 36 चौके और 12 छक्के लगे। कप्तान बैली ने एक और शानदार पारी खेलते हुए मात्र 50 गेंदों में आठ चौके और पांच छक्के उड़ाते हुए नाबाद 92 रन ठोके। ह्यूज ने 103 गेंदों पर 83 रन की पारी में आठ चौके और एक छक्का लगाया।