विदेशी परिस्थितियों में बल्लेबाजों को परेशानी में डालने की उनकी काबिलियत पर सवाल उठाये गये लेकिन स्टार बल्लेबाज विराट कोहली का मानना है कि भारतीय स्पिन जोडी रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा ने विश्व कप में प्रभावशाली शुरुआत करके अपने आलोचकों को गलत साबित कर दिया.
ऑफ स्पिनर अश्विन और बायें हाथ के स्पिनर जडेजा ने पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जीत में अहम भूमिका निभायी. इन दोनों ने मिलकर अभी तक छह विकेट (अश्विन चार और जडेजा दो विकेट) लिये हैं. उन्होंने मिलकर 36.2 ओवर किये हैं जिनमें 175 रन दिये हैं और उनका इकोनोमी रेट 4.83 है.
कोहली ने कहा, यदि आप देखो तो इंग्लैंड में चैंपियन्स ट्रॉफी में वे हमारे दो मुख्य गेंदबाज थे. जडेजा को सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज चुना गया था. तब किसी ने नहीं सोचा था कि हमारे स्पिनर हमारे मुख्य गेंदबाज बन जाएंगे. उन्होंने हर किसी को गलत साबित किया और अब यहां ऑस्ट्रेलिया में वे फिर से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, महत्वपूर्ण यह है कि आपके दिमाग में विकेट लेने की बात होनी चाहिए. पहले मैच में (पाकिस्तान के खिलाफ) अश्विन के दिमाग में यह बात थी. जडेजा हमेशा आक्रामक गेंदबाज रहा है और यदि उसे थोड़ी मदद मिले तो वह और खतरनाक बन जाता है.
कोहली का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया के बडे मैदानों पर सही गेंदबाजी करने पर गेंदबाजों को फायदा मिलेगा. उन्होंने कहा, ऑस्ट्रेलिया में लंबी और वर्गाकार सीमा रेखा हैं. यदि आप दिमाग लगाकर गेंदबाजी करोगे तो आपको अच्छे परिणाम मिलेंगे. पिछले कुछ वर्षों से वे हमारे मुख्य गेंदबाज हैं और उन्होंने टेस्ट मैचों में भी बुरा प्रदर्शन नहीं किया है.
भारतीय उप कप्तान ने कहा, मेरा मानना है कि उनकी गेंदबाजी साझेदारी हमारे लिये काफी महत्वपूर्ण है. उन दोनों ही यह समझना होगा कि कौन आक्रामक गेंदबाजी करेगा और कौन सहयोगी की भूमिका निभाएगा. उन्होंने कहा, यदि दोनों आक्रामक होते हैं और एक पारी में तीन चार विकेट लेते हैं तो निश्चित तौर पर यह हमारे लिये अच्छा होगा लेकिन वे चालाक हैं और जानते हैं कि कब कौन सी भूमिका निभानी है और उनकी मदद के लिये धौनी भी मौजूद रहते हैं. इसलिए मेरा मानना है कि उनकी भागीदारी हमारे लिये काफी महत्वपूर्ण है.