1-3 से टेस्ट सीरीज गंवा चुकी भारतीय टीम शुक्रवार को लंदन के ओवल मैदान में शुरू होने जा रहे पाँचवे और अंतिम टेस्ट में अपना सम्मान बचाने उतरेगी.. यह अंतिम टेस्ट इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और सफलतम बल्लेबाज एलिस्टर कुक का आखिरी टेस्ट मैच होगा.. ऐसे में इसे यादगार बनाने के लिए मेजबान टीम पूरी ताकत झोक देगी.. भारत के लिए 2-3 का नतीजा 1-4 से कहीं बेहतर होगा और ‘कोहली सेना’ इस जीत के लिए बेताब भी है..
वहीं मुख्य कोच रवि शास्त्री ने टीम का मनोबल बढ़ाने के प्रयास से कहा है कि पिछले 15 साल में विदेशी दौरों पर जाने वाली यह सर्वश्रेष्ठ टीम है.. हालांकि तथ्य इसे साबित नहीं करते…
देखें…पिछले कप्तानों का विदेशी दौरों के रिकॉर्ड…
आंकड़े देखा जाए तो सौरव गांगुली की अगुआई में भारत ने इंग्लैंड (2002) और आस्ट्रेलिया (2003-04) में श्रृंखलाएं ड्रॉ करवाई और वेस्टइंडीज में टीम टेस्ट मैच और पाकिस्तान में श्रृंखला जीतने में सफल रही..
राहुल द्रविड़ के नेतृत्व में भारत ने वेस्टइंडीज में 2006 और इंग्लैंड में 2007 में श्रृंखला जीती और दक्षिण अफ्रीका में भी टीम एक टेस्ट जीतने में सफल रही..
अनिल कुंबले की अगुवाई में भारत ने पर्थ के उछाल भरे विकेट पर पहली बार टेस्ट जीता जबकि धोनी की कप्तानी में न्यूजीलैंड में श्रृंखला जीत और पहली बार दक्षिण अफ्रीका में श्रृंखला ड्रॉ कराना टीम इंडिया की उपलब्धि रही..
दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड में लगातार दो श्रृंखला गंवाने के बाद विदेशी दौरे पर अच्छा प्रदर्शन करने वाली टीम का मिथक टूट गया है और टीम इंडिया यह साबित करने में नाकाम रही है कि वे उपमहाद्वीप के बाहर श्रृंखला जीतने में सक्षम हैं..
कोहली की टीम हालांकि 2018 में दोनों विदेशी श्रृंखलाएं गंवाने के बावजूद अब तक अपनी शीर्ष टेस्ट रैंकिंग बचाने में सफल रही है..
आखरी मैच में दोंनो टीमें इस प्रकार हैं…
भारत: विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, पृथ्वी साव, लोकेश राहुल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, दिनेश कार्तिक, ऋषभ पंत, करूण नायर, हार्दिक पंड्या, आर अश्विन, रविंद्र जडेजा, हनुमा विहारी, इशांत शर्मा, उमेश यादव, शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह (संभावित)
इंग्लैंड: एलिस्टर कुक, कीटोन जेनिंग्स, जो रूट (कप्तान), जॉनी बेयरस्टो (विकेटकीपर), बेन स्टोक्स, जोस बटलर, सैम कर्न, मोइन अली, आदिल रशीद, स्टुअर्ट ब्रॉड और जेम्स एंडरसन..