Shivling History, Sawan 2024, Sawan Somvar 2024, Shiv Mandir, Kumbhnath Shivling : श्रावण मास की पवित्रता और उत्सव का माहौल अब चरम पर है। इस विशेष महीने के दौरान विभिन्न शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी हुई है। इस बार गुजरात में स्थित कुंभनाथ महादेव मंदिर ने इस महत्व को और भी खास बना दिया है।
61000 रुद्राक्ष से बना शिवलिंग
कुंभनाथ महादेव मंदिर का इतिहास पुराना और पौराणिक है। हर साल श्रावण मास के दौरान यहां विशेष धार्मिक आयोजनों का आयोजन होता है, लेकिन इस वर्ष मंदिर ने एक विशेष पहल की है। कुंभनाथ महादेव मंदिर में पंचमुखी रुद्राक्ष का एक भव्य शिवलिंग स्थापित किया गया है। इस शिवलिंग के निर्माण में कुल 61000 रुद्राक्षों का प्रयोग किया गया है।
शिवलिंग की भव्यता और उसकी धार्मिक महत्वता के चलते, बड़ी संख्या में श्रद्धालु इसे देखने के लिए मंदिर पहुँच रहे हैं। रुद्राक्ष का शिवलिंग विशेष रूप से आकर्षण का केंद्र बना हुआ है और यहाँ श्रद्धालुओं की लाइनें लगी हुई हैं। इस शिवलिंग के निर्माण में 16 विभिन्न प्रकार के रुद्राक्षों का इस्तेमाल किया गया है, जो इसे धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण बनाता है।
धार्मिक कार्यक्रम और सजावट
कुंभनाथ महादेव मंदिर में विश्व हिंदू परिषद और कैलास धाम सेवा समिति के सहयोग से कई विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इस वर्ष, मंदिर परिसर में एक विशाल गुंबद तैयार किया गया है, जो मंदिर की भव्यता को और बढ़ाता है। यहाँ महापूजा, शिव माला, और रुद्राभिषेक जैसे धार्मिक कार्यक्रम नियमित रूप से किए जा रहे हैं।
श्रावण मास के दौरान हर सोमवार को विशेष सजावट की जा रही है। मंदिर को सजाने के लिए विभिन्न प्रकार की फूलों की मालाएँ, रंग-बिरंगी रोशनियाँ और धार्मिक प्रतीकों का उपयोग किया जा रहा है। इस समय विशेष रूप से भक्तों के लिए महापूजा का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हो रहे हैं।
मंदिर की विशेषताएँ
कुंभनाथ महादेव मंदिर नदी के तट पर स्थित है, जो इसे एक सुंदर और आकर्षक स्थल बनाता है। इस मंदिर की सुंदरता और धार्मिक महत्व के कारण यहाँ सालभर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है। विशेष रूप से छुट्टियों और त्योहारों के समय यहाँ अत्यधिक भीड़ देखी जाती है।
मंदिर परिसर में स्थित 200 साल पुराना वटवृक्ष भी श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र है। इस वृक्ष के नीचे वट सावित्री व्रत पूजा और नृसिंह जयंती जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजनों का भी आयोजन किया जाता है।
अमरेली जिले में कुंभनाथ महादेव मंदिर के 61000 रुद्राक्ष से बने शिवलिंग ने न केवल श्रद्धालुओं को आकर्षित किया है, बल्कि धार्मिक समागम को भी एक नई दिशा दी है। इस खास समय में श्रद्धालुओं को मिलने वाली आस्था और पुण्य के अवसर को देखते हुए, यह धार्मिक स्थल वास्तव में एक महत्वपूर्ण स्थान बना हुआ है।