हीरे तराशने वाले औजारों से बनेगी रामलला की मूर्ति

Ayodhya: नेपाल के गंडकी नदी से शालिग्राम शिला अयोध्या लाया गया हैं। अब इसे तराश कर रामलला की मूर्ति तैयार की जाएगी। हर कोई जानना चाहता है कि इस शिला से भगवान राम की मूर्ति कैसे बनेगी?

भूगर्भीय वैज्ञानिक डॉक्टर कुलराज चालीसे के मुताबिक विश्व शिला पर पिछले 7 महीने से रिसर्च किया गया है। इस शिला में लोहे के औजार से नक्काशी नहीं की जा सकती है। शिले पर नक्काशी करने के लिए हीरा काटने वाले औजार का इस्तेमाल करना पड़ेगा। देव शिला 7 हार्नेस की है। इस पर लोहे की छेनी से नक्काशी नहीं की जा सकती क्योंकि लोहे में पांच हार्नेस पाए जाते हैं।

मूर्ति बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। रामलला की मूर्ति साढ़े 8 फीट की होगी। और मूर्ति कैसी होगी मूर्तिकार से प्रतिमा के स्केच भी मांगे गए हैं। देश के नामी मूर्तिकारों ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के सामने प्रेजेंटेशन भी दिया है।