Navratri 2023: मां दुर्गा की भक्ति के भवसागर में डूबा रामनगर, सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सज रही शाम; रात्रिकालीन कबड्डी ने भी मोहा मन

सूरजपुर/पारसनाथ सिंह. देशभर में नवरात्रि की धूम मची हुई है. हर भक्त, शक्ति की भक्ति में डूबा हुआ है. नवरात्र के मौके पर पूजा समितियों, समूहों द्वारा जगह-जगह पर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गई है. जहां प्रतिदिन श्रद्धालु पहुंचकर सुख, समृद्धि के लिए माता से आर्शीवाद मांग रहे है. ऐसा ही कुछ नजारा सूरजपुर जिले के रामनगर गांव में देखने को मिल रहा है. यहां माता की भक्ति के साथ हर शाम सांस्कृतिक कार्यक्रम और कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है. और इस खास मौके का लुफ्त उठाने के लिए हर दिन दर्शकों का हुजूम उमड़ रहा है.

माता की भक्ति में डूबे श्रद्धालु

दरअसल, विश्रामपुर-भटगांव रोड किनारे सती चौक (रामनगर) के पास हर वर्ष नवरात्र के मौके पर सती समिति की ओर से मां दुर्गा की पूजा अर्चना की जाती है. वहीं विजयादशमी के दिन विशाल रावण का पुतला दहन किया जाता है. इस वर्ष भी नवरात्र के प्रथम दिवस (15 अक्टूबर) से समिति द्वारा मां दुर्गा की विशाल प्रतिमा सती चौक परिसर में स्थापित की गई है. जहां श्रद्धालुओं द्वारा विधि-विधान से माता की पूजा अर्चना की जा रही है. इस बड़े धार्मिक आयोजन को सफल बनाने के लिए आसपास के गांव के भक्तों, प्रबुद्धजनों, युवाओं, वरिष्ठ नागरिकों द्वारा कई माध्यमों से मदद की जा रही है. यही वजह है कि पिछले पांच साल से ज्यादा समय से रामनगर में शांतिपूर्ण, भक्तिपूर्ण तरीके से नवरात्र के मौके पर आयोजित विशाल कार्यक्रम संपन्न होता रहा है.

सांस्कृतिक कार्यक्रम और कब्बड्डी

सती चौक परिसर में नवरात्र के अवसर पर आयोजन समिति द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जा रहा है. जिसमें गांव के बच्चों की प्रतिभा को भी एक मंच मिल रहा है. यहां हर शाम बच्चों के द्वारा मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया जा रहा है. जो माता की भक्ति के लिए पहुंचने वाले भक्तों को झूमने पर मजबूर कर देते हैं. इसके अलावा रात्रिकालीन कबड्डी का भी आयोजन किया गया है, जिसमें आसपास के आधा दर्जन गांव के कब्बड्डी के खिलाड़ी अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे है. जिसका लुफ्त उठाने के लिए खेल प्रेमी खींचे चले आ रहे है.

मेले का स्वरूप

सती चौक (रामनगर) में पांच साल से ज्यादा समय से नवरात्र के मौके पर दुर्गा पूजा की जाती है. अब यहां की लोकप्रियता धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है. आयोजन स्थल पर कई तरह के दुकान लगाए जाते है, जिससे मेले का स्वरूप नजर आता है. समिति द्वारा सती चौक परिसर में खाना, खिलौना, खेलना, मनुहारी, स्टूडियो और अन्य व्यवसाय करने वालों के लिए एक निश्चित राशि तय की गई है, जिसका भुगतान कर कोई भी अपना व्यवसाय शुरू कर सकता है.

भंडारे का आयोजन

सोमवार को दुर्गा नवमी के मौके पर श्रद्धालुओं के सहयोग से सती समिति द्वारा महाभंडारे का आयोजन किया गया. जहां हजारों भक्तों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और प्रसाद स्वरूप भंडारे में भोजन ग्रहण किया. मंगलवार को सती चौक परिसर में रावण दहन किया जाएगा. कारीगरों द्वारा रावण का पुतला तैयार किया जा रहा है. जो अंतिम चरण में है. इस आयोजन को सफल बनाने के लिए सती समिति के पदाधिकारियों के साथ माता के भक्तों का भरपूर सहयोग मिल रहा है.