Ghost Removal Temple, Hindu Temple For Ghost, Mysterious Temple, Paranormal Activity Temple : आज के आधुनिक युग मेंभूत-प्रेत जैसे अदृश्य अस्तित्वों पर विश्वास करना अजीब लग सकता है। पढ़े-लिखे लोग अक्सर इसे अंधविश्वास मानते हैं।
कुछ लोगों की धार्मिक श्रद्धा और पारंपरिक मान्यताएँ उन्हें इन आत्माओं की वास्तविकता में विश्वास दिलाती हैं। भारत के कई गांवों और छोटे कस्बों में भूत-प्रेत से मुक्ति पाने के लिए विभिन्न धार्मिक स्थल और उपाय प्रचलित हैं। आज भारत के उन मंदिरों की जानकारी जहां भूत-प्रेत से पीड़ित व्यक्तियों का इलाज किया जाता है।
इन मंदिरों में की जाती है पूजा
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर, राजस्थान
राजस्थान के दौसा जिले में स्थित मेहंदीपुर बालाजी मंदिर एक प्रसिद्ध स्थल है, जहां लोग भूत-प्रेत से मुक्ति के लिए आते हैं। मंदिर में भूत-पिशाच से छुटकारा पाने के लिए कई तांत्रिक उपाय किए जाते हैं। यहां के पुजारी बताते हैं कि भूत-प्रेत के साये को हटाने के लिए भक्तों पर कभी खौलता पानी डाला जाता है, और कभी उन्हें मंदिर की दीवारों से बांधकर विभिन्न तंत्र-मंत्रों का अभ्यास किया जाता है। यहां का प्रसाद भी विशेष माना जाता है, और इसे घर ले जाने की मनाही है क्योंकि यह मान्यता है कि भूत-प्रेत का साया साथ ले जाने का डर रहता है।
कालीघाट मंदिर, कोलकाता
कोलकाता का कालीघाट मंदिर भी भूत-प्रेत और आत्मा से संबंधित समस्याओं के इलाज के लिए प्रसिद्ध है। यहां के वातावरण को देखकर सामान्य व्यक्ति भी डर सकता है। कालीघाट में विशेष रूप से तंत्र साधना होती है, और यहां भूत-प्रेत से पीड़ित लोग अपने उपचार के लिए आते हैं। इस मंदिर की रहस्यमय शक्ति को लेकर कई मान्यताएँ प्रचलित हैं।
बेताला मंदिर, भुवनेश्वर
उड़ीसा के भुवनेश्वर में स्थित बेताला मंदिर मां चामुंडा के मंदिर के रूप में प्रसिद्ध है। यहां तंत्र-मंत्र और तांत्रिक शक्तियों का उपयोग कर भूत-प्रेत और बुरी शक्तियों को भगाया जाता है। मंदिर की तांत्रिक प्रक्रियाएँ इतनी रहस्यमय और डरावनी होती हैं कि कुछ लोग तो यहां जाकर भयभीत हो जाते हैं। भक्त यहां आकर अपनी परेशानियों का समाधान खोजने का प्रयास करते हैं।
कष्टभंजन देव हनुमानजी मंदिर, गुजरात
गुजरात में स्थित कष्टभंजन देव हनुमानजी मंदिर दुष्ट आत्माओं और भूत-प्रेत से पीड़ित लोगों के लिए एक प्रमुख स्थल है। यहां पर आने वाले भक्तों का दावा है कि हनुमानजी की कृपा से उनकी समस्याओं का समाधान होता है। यह मंदिर विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जो भूत-प्रेत से परेशान हैं।
देवजी महाराज मंदिर, मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश का देवजी महाराज मंदिर भी भूत-प्रेत भगाने के लिए प्रसिद्ध है। इस मंदिर में रात के समय भूत निकालने की प्रक्रिया की जाती है। मान्यता है कि भूत-प्रेत को झाड़ू से भगाया जाता है क्योंकि भूतों को झाड़ू से बहुत डर लगता है। यहां हर साल भूत मेला भी लगता है, जिसमें लोग आकर अपनी समस्याओं का समाधान करते हैं।
चंडी देवी मंदिर, हरिद्वार
हरिद्वार का चंडी देवी मंदिर भूत-प्रेत और बुरी आत्माओं से छुटकारा पाने के लिए जाना जाता है। चंडी देवी को क्रोध की देवी माना जाता है, और यहां आने वाले भक्त मानते हैं कि उनकी समस्याएं और भूत-प्रेत का साया स्वयं हट जाता है।
दत्तात्रेय मंदिर, मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश के दत्तात्रेय मंदिर में पूर्णिमा और अमावस्या के दिन महामंगल आरती का आयोजन किया जाता है। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यहां भूत-प्रेत के चीखने-चिल्लाने की आवाजें सुनने को मिलती हैं। भक्त इन दिनों आकर अपनी समस्याओं का समाधान ढूंढ़ते हैं।
इन मंदिरों के बारे में जानकर यह समझा जा सकता है कि भारत में भूत-प्रेत और बुरी शक्तियों से संबंधित मान्यताओं और उपचार विधियों की गहरी जड़ें हैं। चाहे आप इन मान्यताओं को मानते हों या न मानते हों।
Disclaimer : यह आलेख जानकारी, धार्मिक दृष्टि पर आधारित हैं। हम इसकी सूचना की पुष्टि नहीं करते हैं।