अध्यात्म डेस्क. सनातन धर्म में संक्रांति का विशेष महत्व है. सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश संक्रांति कहलाता है. वहीं, सूर्य जिस राशि में प्रवेश करते हैं संक्रांति को उसी के नाम से जाना जाता है. सूर्य का मकर राशि में प्रवेश मकर संक्रांति कहलाता है. इस दिन दान- स्नान का खास महत्व है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन पवित्र नदी के तट पर स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. साथ ही, इस दिन कुछ चीजों का दान व्यक्ति को शुभ फल प्रदान करता है.
ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि मकर संक्रांति के दिन तिल, गुड़, गर्म कपड़े जैसे कंबल आदि का दान शुभ माना गया है. वहीं, आज के दिन कुछ चीजों को खरीदने और दान देने की मनाही भी होती है. मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव और भगवान विष्णु की पूजा करने से इनकी कृपा प्राप्त होती है और भक्तों के मन की सभी इच्छाएं पूरी होती है. ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है कि इस दिन दान के साथ एक चीज को खा लेने से सालभर सूर्य देव मेहरबान रहते हैं.
मकर संक्रांति के दिन खा लें ये एक चीज
ज्योतिष शास्त्र में मकर संक्रांति पर सूर्य देव और भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है. इस दिन पूरा दिन में कभी भी थोड़ा या ज्यादा गुड़ खा लेने से ही सूर्य देव प्रसन्न होते हैं और भक्तों पर जमकर कृपा बरसाते हैं. इस दिन गुड़ खाने से व्यक्ति को रोगों से मुक्ति मिलती है. सूर्य देव और भगवान विष्णु की कृपा से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. आज के दिन सूर्य देव की पूजा करते समय कुछ बातों का खास ख्याल रखना चाहिए.
सूर्य देव की पूजा में रखें इन बातों ध्यान
– बता दें कि इस बार मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी रविवार के दिन मनाया जाएगा. इस दिन सूर्य देव की पूजा का विशेष महत्व है. इस दिन सूर्य देव को जल अर्पित करते समय ध्यान रहें कि जल की छींटे पानी पैरों पर न पड़े. इसके लिए जल अर्पित करते समय बाल्टी या कोई डिब्बा रख लें. साथ ही, जल अर्पित करने के बाद तीन बार परिक्रमा करें.
– सूर्य देव को जल अर्पित करते समय उसमें फूल और चावल अवश्य शामिल करें. इससे सूर्य देव प्रसन्न होते हैं और भक्तों को शुभ फल प्रदान करते हैं.
– सूर्य देव को अर्घ्य देते समय ॐ घृणि सूर्याय नमः मंत्र का जाप करें.
– सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए रविवार के दिन व्रत रखा जा सकता है. ऐसा भी माना जाता है कि अगर आपकी कुंडली में कोई दोष है, तो सूर्य देव की नियमित रूप से पूजा करने से सूर्य देव प्रसन्न होते हैं और दोष दूर होते हैं.
– सूर्य देव को जल अर्पित करते समय तांबे के लोटे का इस्तेमाल करें. इससे भी सूर्य देव जल्दी प्रसन्न होते हैं. और जातक के जीवन की सभी परेशानियां दूर होती हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. फटाफट न्यूज डॉट कॉम इसकी पुष्टि नहीं करता है.)