Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य महान कूटनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री और मार्गदर्शक हैं। आचार्य चाणक्य की बताई नीतियां सुखी जीवन जीने में बहुत काम आती हैं। यदि चाणक्य नीतियों को जीवन में उतार लिया जाए तो समस्याएं आती ही नहीं हैं और यदि आएं भी तो उनसे निपटने में बहुत आसानी होती है, साथ ही चाणक्य नीति में उन कामों के बारे में भी बताया गया है। जिनसे हमेशा कोसों दूर रहना चाहिए। जो व्यक्ति ये काम करता है, उसे जीते जी तो नर्क जैसा कष्ट भोगना ही पड़ता है, मरने के बाद भी वह नर्क जाता है। जानिए कौन लोग नर्क के भागीदार बनते हैं।
ये काम करने से मिलता है नर्क
– आचार्य चाणक्य के अनुसार दुष्ट और नीच प्रवृत्ति का व्यक्ति नर्क में ही स्थान पाता है उसके अनैतिक काम उसे नर्क की सजा का भागीदार बनाती हैं।
– गलत तरीके से दूसरों का धन हड़पने वाला, गलत नियत रखने और धोखाधड़ी करने वाला व्यक्ति ना तो जीते जी सुख पाता है और ना मरने के बाद। ऐसा व्यक्ति गलत तरीके से कमाए गए धन का ज्यादा दिन आनंद नहीं ले पाता है, बल्कि उसे बीमारी, बुरी आदत, नुकसान जैसे कई रूपों में बड़े कष्ट भुगतने पड़ते हैं।
– चाणक्य नीति के अनुसार, जो लोग माता-पिता, बुजुर्गों का दिल दुखाते हैं, उन्हें कष्ट देते हैं उनका ये पाप मरने के बाद भी पीछा नहीं छोड़ता है। ऐसे लोग नर्क में कड़ी सजा पाते हैं।
– जो लोग असहाय लोगों, गरीबों को सताते हैं, उनका शोषण करते हैं, वे लोग भी नर्क भोगते हैं। साथ ही दूसरों से बैर रखता हो, ईर्ष्या करता हो वह व्यक्ति भी नर्क जरूर भोगता है।
– भ्रण हत्या, बच्चों का शोषण, बलात्कार जैसे निकृष्ट कार्य करने वालों को तो नर्क का भयानक दंड भोगना पड़ता है। ऐसे लोगों की मृत्यु भी बेहद कष्टकारी होती है और मरने के बाद उन्हें नर्क में भयानक सजा भुगतनी पड़ती है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। फटाफट न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता है।)