ज्योर्तिविद पं० शशिकान्त पाण्डेय (दैवज्ञ)
9930421132
???????????
??जय जय श्री राधे राधे जी??
??? दैनिक पंचाग ???
??????????
दिनाँक -:08/08/2019,गुरुवार
अष्टमी, शुक्ल पक्ष,श्रावण
??????????समाप्ती काल):-
तिथि————-अष्टमी10:30:27 तक
पक्ष————————-शुक्ल
नक्षत्र———-विशाखा21:27:00
योग—————शुक्ल12:58:06
करण—————भाव10:30:28
करण————-बालव22:10:19
वार————————–गुरूवार
माह————————–श्रावण
चन्द्र राशि———–तुला5:25:25
चन्द्र राशि——————–वृश्चिक
सूर्य राशि————————कर्क
रितु——————————-वर्षा
आयन——————-दक्षिणायण
संवत्सर———————-विकारी
संवत्सर (उत्तर)———–परिधावी
विक्रम संवत—————-2076
विक्रम संवत (कर्तक)——2075
शाका संवत—————–1941
सूर्योदय—————–05:47:08
सूर्यास्त——————19:02:17
दिन काल—————13:15:08
रात्री काल————–10:45:22
चंद्रोदय——————13:10:10
चंद्रास्त——————24:27:33
लग्न—-कर्क21°5′ , 111°5
‘सूर्य नक्षत्र——————आश्लेषा
चन्द्र नक्षत्र——————विशाखा
नक्षत्र पाया——————–रजत
??? पद, चरण ???
तू—-विशाखा 09:26:08
ते—-विशाखा 15:25:20
तो—-विशाखा 21:27:00
ना—-अनुराधा 27:31:08
??? ग्रह गोचर ???
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
ज्योतिष ≈≈≈≈≈≈≈≈ 9930421132
सूर्य=कर्क 21°12 ‘ आश्लेषा , 2 डू
चन्द्र =तुला 25°23′ विशाखा 2 तू
बुध=कर्क02°30 ‘ पुनर्वसु’ 4 ही
शुक्र= कर्क 19 ° 50, आश्लेषा ‘ 1 डी
मंगल=कर्क 29°48 ‘आश्लेषा’ 4 डो
गुरु=वृश्चिक 20°31 ‘ ज्येष्ठा , 2 या
शनि=धनु 22°43′ पू oषा o ‘ 3 फा
राहू=मिथुन 21°50 ‘ पुनर्वसु , 2 को
केतु=धनु 21 ° 50′ पूo षाo, 4 ढा
???शुभा$शुभ मुहूर्त???
?राहू काल 14:04 – 15:43अशुभ
यम घंटा 05:47 – 07:27अशुभ
गुली काल 09:06 – 10:45अशुभ
अभिजित 11:58 -12:51शुभ
दूर मुहूर्त 10:12 – 11:05अशुभ
दूर मुहूर्त 15:30 – 16:23अशुभ
??चोघडिया, दिन
शुभ 05:47 – 07:27शुभ
रोग 07:27 – 09:06अशुभ
उद्वेग 09:06 – 10:45अशुभ
चर 10:45 – 12:25शुभ
लाभ 12:25 – 14:04शुभ
अमृत 14:04 – 15:43शुभ
काल 15:43 – 17:23अशुभ
शुभ 17:23 – 19:02शुभ
??चोघडिया, रात
अमृत 19:02 – 20:23शुभ
चर 20:23 – 21:44शुभ
रोग 21:44 – 23:04अशुभ
काल 23:04 – 24:25अशुभ
लाभ 24:25 – 25:46शुभ
उद्वेग 25:46 – 27:06अशुभ
शुभ 27:06 – 28:27शुभ
अमृत 28:27 – 29:48*शुभ
??होरा, दिन
बृहस्पति 05:47 – 06:53
मंगल 06:53 – 07:59
सूर्य 07:59 – 09:06
शुक्र 09:06 – 10:12
बुध 10:12 – 11:18
चन्द्र 11:18 – 12:25
शनि 12:25 – 13:31
बृहस्पति 13:31 – 14:37
मंगल 14:37 – 15:43
सूर्य 15:43 – 16:50
शुक्र 16:50 – 17:56
बुध 17:56 – 19:02
??होरा, रात
चन्द्र 19:02 – 19:56
शनि 19:56 – 20:50
बृहस्पति 20:50 – 21:44
मंगल 21:44 – 22:37
सूर्य 22:37 – 23:31
शुक्र 23:31 – 24:25
बुध 24:25* – 25:19
चन्द्र 25:19* – 26:13
शनि 26:13* – 27:06
बृहस्पति 27:06* – 28:00
मंगल 28:00* – 28:54
सूर्य 28:54* – 29:48
नोट— दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
??दिशा शूल ज्ञान————–दक्षिण
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा केशर खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll
?? अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।
8 + 5 + 1 = 14 ÷ 4 = 2 शेष
आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l
?? शिव वास एवं फल -:
8 + 8 + 5 = 21 ÷ 7 = 0 शेष
शमशान भूमि = मृत्यु कारक
??भद्रा वास एवं फल -:
स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।
?? विशेष जानकारी ??
- सर्वार्थ सिद्धि योग 21:26 से
??? शुभ विचार ???
अन्यथा वेदपाण्डित्यं शास्त्रमाचारमन्यथा ।
अन्यथा वदता शांतंलोकाःक्लिश्यन्ति चाऽन्यथा ।।
।।चा o नी o।।
वासना के समान दुष्कर कोई रोग नहीं. मोह के समान कोई शत्रु नहीं. क्रोध के समान अग्नि नहीं. स्वरुप ज्ञान के समान कोई बोध नहीं.
??? सुभाषितानि ???
गीता -: विश्वरूपदर्शनयोग अo-11
त्वमादिदेवः पुरुषः पुराणस्त्वमस्य विश्वस्य परं निधानम् ।,
वेत्तासि वेद्यं च परं च धाम त्वया ततं विश्वमनन्तरूप ।, ।,
आप आदिदेव और सनातन पुरुष हैं, आप इन जगत के परम आश्रय और जानने वाले तथा जानने योग्य और परम धाम हैं।, हे अनन्तरूप! आपसे यह सब जगत व्याप्त अर्थात परिपूर्ण हैं॥,38॥,
?? दैनिक राशिफल ??
मेष
वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अचानक किसी बड़े लाभ के योग हैं। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। निवेश से लाभ होगा।
वृष
लेन-देन में धोखा खा सकते हैं। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। दुष्टजनों से सावधान रहें। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। किसी लंबी यात्रा का कार्यक्रम बन सकता है। नए काम प्राप्त होंगे। कारोबार में वृद्धि होगी।
मिथुन
किसी अनहोनी के होने की आशंका रहेगी। कोई अप्रत्याशित खर्च हो सकता है। आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें। आय में निश्चितता रहेगी।
कर्क
हित शत्रुओं से सावधान रहें। आर्थिक उन्नति के लिए नई योजना बनेगी। तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। सामाजिक कार्य करने की प्रेरणा प्राप्त होगी। मान-सम्मान बढ़ेगा। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। व्यापार अच्छा चलेगा।
सिंह
वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग में सावधानी रखें। किसी भी तरह की उलझन में न पड़ें। भावना में बहकर कोई निर्णय न लें। विवाद की आशंका है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। लाभ होगा।
कन्या
लाभ के अवसर हाथ आएंगे। बाहर जाने का मन बनेगा। दांपत्य जीवन सुखमय व्यतीत होगा। कानूनी अड़चन दूर होगी। प्रसन्नता का माहौल रहेगा। चोट व रोग से बचें। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। मित्रों का सहयोग मिलेगा।
तुला
किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग अपना कार्य लगन व उत्साह से कर पाएगा। संगीत इत्यादि में रुचि रहेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। थकान रह सकती है।
वृश्चिक
किसी पुराने रोग से परेशानी हो सकती है। छोटी-मोटी यात्रा हो सकती है। किसी विवाद में विजय प्राप्त होगी। पूजा-पाठ में मन लगेगा। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। धनार्जन होगा।
धनु
शत्रु नतमस्तक होंगे। विवाद न करें। भूमि व भवन संबंधी कार्य लाभदायक रहेंगे। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। कारोबार में वृद्धि होगी। पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। जीवन सुखमय व्यतीत होगा। जल्दबाजी न करें।
मकर
सुख के साधन जुटेंगे। प्रयास सफल रहेंगे। रिश्तेदारों तथा मित्रों का सहयोग कर पाएंगे। पराक्रम व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। किसी बड़े कार्य को करने की इच्छा जागृत होगी। व्यस्तता रहेगी। जीवन सुखद व्यतीत होगा। प्रमाद न करें।
कुंभ
प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। दूर से शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। किसी बड़े कार्य को करने की प्रेरणा प्राप्त होगी। घर में अतिथियों का आगमन होगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। नौकरी में सहकर्मी सहयोग करेंगे।
मीन
किसी पुराने रोग के उभरने की आशंका है। किसी भी तरह की बहस में हिस्सा न लें। कोई दु:खद समाचार की प्राप्ति संभव है। अपेक्षित कार्य में अड़चन आ सकती है। भागदौड़ रहेगी। बेचैनी रहेगी। व्यापार ठीक चलेगा। जोखिम न लें।
??आपका दिन मंगलमय हो??
???????????
रत्न,वास्तु,ज्योतिष,हस्तरेखा,अंकशास्त्र,विशेषज्ञ
9930421132
?????????
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।