मध्य प्रदेश: नर्मदापुरम जिले में एक शिक्षक की एग्जाम सेंटर में अचानक मौत हो गई। वे दसवीं बोर्ड की परीक्षा में ड्यूटी कर रहे थे। उन्हें घबराहट हुई तो प्रिंसिपल को फोन लगाया। वे फोन पर कुछ बता पाते, इससे पहले ही बेहोश होकर गिर पड़े। साथी शिक्षक और कर्मचारियों ने उन्हें उठाया और अस्पताल ले गए, लेकिन पहले ही उनकी सांसें थम चुकी थीं। डॉक्टर ने हार्ट अटैक से मौत की बात कही है।
बीआरसी प्रदीप कुमार शर्मा ने बताया कि शिक्षक मुकेश थापक (48 वर्ष) पिपरिया के सरकारी स्कूल में पदस्थ थे। वे निर्धारित समय पर बुधवार को सांडिया रोड गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल पहुंचे। उनकी एग्जाम में ड्यूटी लगी थी। पेपर की गिनती करने वक्त उन्हें घबराहट महसूस होने लगी। जब ज्यादा परेशानी हुई तो उन्होंने प्रिंसिपल एनके राज को फोन लगाया। वे सिर्फ हैलो बोल पाए। इसके बाद बेहोश होकर गिर पड़े।
प्रिंसिपल को किया था फोन
प्राचार्य एनके राज ने बताया कि सुबह मुकेश थापक का फोन आया था, लेकिन हमारी बात नहीं हो पाई। वे सिर्फ हैलो बोल पाए। इसके बाद फोन कट गया। बताया गया कि इसी दौरान ही उन्हें अटैक आया था। शायद वे अटैक के बारे में फोन कर कुछ बताने की कोशिश कर रहे थे।
जिस स्कूल में 15 साल पढ़ाया, वहीं हुई मौत
शिक्षक मुकेश कुमार स्थापक पिछले 15 साल से शासकीय कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल में सहायक प्राध्यापक के पद पर काम कर रहे थे। वे बच्चों को पढ़ाने के साथ स्कूल का लिपिकीय कार्य भी संभालते थे। शिक्षक की एक बेटी इंदौर में कक्षा 12वीं की पढ़ाई कर रही है। जबकि 9 साल का एक बेटा उनके साथ रहकर पिपरिया में पढ़ रहा है। पत्नी गृहिणी है।
शिक्षक ने बदलवाई थी एग्जाम ड्यूटी
शिक्षक मुकेश स्थापक शुगर की दवाइयां लेते थे। बताया जा रहा है कि उनकी एग्जाम ड्यूटी किसी दूसरे सेंटर पर लगी थी। उन्होंने निवेदन कर कन्या हायर सेकेंडरी केंद्र में ड्यूटी लगवाई थी। मुकेश स्थापक तीन भाई एक बहन हैं। बड़े भाई का पिछले साल कोरोना में निधन हो चुका है। छोटा भाई इंदौर में कार्यरत है। एक बहन सरकारी स्कूल पिपरिया में टीचर है।