रीवा/एमपी: एक ओर एमपी की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती पूरे प्रदेश में नशाबंदी अभियान को लेकर दिन रात प्रयास कर रही हैं और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विभिन्न आयोजनों में मंच से खड़े होकर लोगों से नशा मुक्त अभियान में सम्मिलित होने की अपील करते है, नशा कारोबारियों और व्यापारियों के ऊपर लगाम कसने के लिए प्रयासरत है। वही युवाओं को कैसे भी नशे से दूर किया जाए, हर दिन इसकी पृष्ठभूमि तैयार की जा रही है, वहीं दूसरी ओर पार्टी के ही एक रीवा सांसद का भरे मंच से नशे को लेकर एक अजीबोगरीब बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
रीवा सासंद मिश्रा ने कहा मुझे किसी की भी फिजूलखर्ची से कोई मतलब नहीं है, जो शराब पीना चाहता है, गुटखा खाना चाहता है, या कोई और नशा करना चाहता है करें, मुझे इससे कोई आपत्ति नहीं है क्योंकि यह लोग मेरे कहने से रुकने वाले भी नहीं है उन्हें जो करना है वह करेंगे ही। आपको अपने पैसे का उपयोग निजी रूप में करना है या धार्मिक रूप में यह आपकी इच्छा है लेकिन “पानी कर” जरूर दें। इतना ही नहीं मिश्रा ने लोगों से यहां तक कहा कि चाहे सरकार पानी कर खत्म कर दें लेकिन उसके बावजूद आप लोग इसका भुगतान करें।
अब सोचने वाली बात यह है कि जो लोग सांसद जी के कहने से शराब गुटखा सुलोचन आयोडेक्स जैसे नशे नहीं छोड़ेंगे वह लोग सांसद जी के मात्र कहने से टैक्स क्यूं भरेंगे? आपको बताते हैं यह कोई पहली बार नहीं जब सांसद जनार्दन मिश्रा ने आपत्तिजनक बयान दिए हैं। इससे पहले भी एक बयान में जनार्दन मिश्रा एक आईएएस अफसर को जमीन में गाड़ने की बात कर चुके हैं। इसके अलावा स्वच्छता अभियान के चलते मिश्रा का हाथ से टॉयलेट साफ करते हुए वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था।