सेल्फ़ी के पागलपन ने दो इंजीनियरिंग छात्रों की जान ले ली, 30 घंटे की मशक्कत के बाद नदी से बरामद हुआ शव

सेल्फी के शौक ने फिर दो छात्रों की जान ले ली। इस बार ये खबर मध्यप्रदेश के ग्वालियर से है। सेल्फी के पागलपन ने इंजीनियरिंग के दो छात्रों की जान ले ली। ग्वालियर से धूमेश्वर मंदिर दर्शन के लिए दस युवाओं का दल गया था। ये युवक उसी दल में शामिल थे। तीस घंटे की मशक्कत के बाद दोनों के शव निकाले गए।

ग्वालियर के दाल बाजार, नई सड़क से युवाओं का एक दल रविवार दोपहर पिकनिक मनाने के लिए धूमेश्वर धाम मंदिर गया था। इसमें नई सड़क इलाके में रहने वाले किशन होतवानी और कंपू के कितांशु शाक्य भी शामिल थे। यह दोनों बचपन के दोस्त थे और BE फाइनल ईयर के छात्र थे। धूमेश्वर मंदिर में दर्शन करने से पहले सभी नहाने के लिए नदी में उतर गए। नहाने के दौरान किशन होतवानी सेल्फी लेने लगा, जिसमें वो अचानक गहरे पानी में फिसल गया और बहाव की चपेट में आ गया। किशन को तैरना नहीं आता था। उसे बचाने के लिए उसका दोस्त कितांशु शाक्य भी गहरे पानी में कूद गया।

इसके बाद दोनों एक दूसरे का हाथ पकड़े हुए पानी के बहाव में बहते चले गए। कुछ दूरी बहने के बाद दोनों पानी में गुम हो गए। किशन और कितांशु के नदी में बहते ही उनके साथ आए युवाओं ने दोनों के घरवालों को खबर दी। साथ ही कंट्रोल रूम में भी हादसे की जानकारी देते हुए मदद मांगी। घटना की खबर मिलते ही भितरवार पुलिस मौके पर पहुंची। करीब दो घंटे बाद ग्वालियर से NDRF की टीम मौके पर पहुंची। सिंध नदी में गोताखोरों की मदद से करीब चौबीस घंटे की मशक्कत सोमवार दोपहर घटना स्थल से दो सौ मीटर दूर किशन का शव बरामद हुआ। सोमवार शाम को घटना स्थल से आधा किलोमीटर दूर कितांशु का शव नदी से निकाला गया।

एसपी अमित सांघी ने बताया कि ये हादसा सेल्फी लेने के चक्कर में हुआ। किशन नदी में बह गया था और कितांशु ने किशन को बचाने के लिए पानी में छलांग लगा दी थी। दोनों के शवों का मंगलवार को पीएम होगा।