सागर। मध्यप्रदेश के सागर जिले में दीवार गिरने से नौ बच्चों की मौत के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बड़ा एक्शन लिया है। उन्होंने रविवार रात सागर के जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक एवं संबंधित अनुमंडल अधिकारी (एसडीएम) को हटाने का आदेश दिया। एक अधिकारी ने बताया कि तबादला आदेश देर रात जारी किए गए। आदेश के अनुसार, सागर के जिलाधिकारी दीपक आर्य को उप सचिव के पद पर भोपाल स्थित राज्य सचिवालय में स्थानांतरित किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि छतरपुर जिलाधिकारी संदीप जीआर को आर्य के स्थान पर सागर का नया जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में छिंदवाड़ा जिला पंचायत के सीईओ के रूप में तैनात पार्थ जायसवाल, छतरपुर में संदीप जीआर का स्थान लेंगे। सरकार ने सागर के पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी का भी तबादला कर उन्हें भोपाल स्थित पुलिस मुख्यालय में सहायक महानिरीक्षक (एआईजी) के पद पर तैनात किया है।
लापरवाही के आरोप में हरिओम बंसल निलंबित
अधिकारी ने बताया कि रायसेन के पुलिस अधीक्षक पद पर वर्तमान में पदस्थ विकास कुमार सहवाल अब सागर के नए पुलिस अधीक्षक होंगे। मुख्यमंत्री ने सागर के उप-विभागीय मजिस्ट्रेट के स्थानांतरण का भी आदेश दिया। यादव ने लापरवाही के आरोप में शाहपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात डॉ. हरिओम बंसल को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का भी आदेश दिया।
दीवार गिरने से नौ बच्चों की मौत
सागर जिले में रविवार को एक जर्जर मकान की दीवार ढह जाने से नौ बच्चों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह घटना रहली विधानसभा क्षेत्र के शाहपुर गांव में एक मंदिर परिसर के पास धार्मिक कार्यक्रम के दौरान सुबह साढ़े आठ और नौ बजे के बीच हुई। यहां जर्जर मकान के पास एक टेंट में “पार्थिव शिवलिंग निर्माण” कार्यक्रम चल रहा था, उसी दौरान दीवार ढह कर टेंट पर गिर गई। कई बच्चे टेंट और मलबे के नीचे दब गए। घटना में जान गंवाने वाले कई बच्चे अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे।
पीएम और सीएम ने किया मुआवजे का ऐलान
इस घटना पर शोक जाहिर करते हुए पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है, जबकि घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी प्रत्येक मृतक के परिजन को चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। उन्होंने शाहपुर नगर पंचायत के मुख्य नगरपालिका अधिकारी और उप अभियंता को निलंबित कर दिया तथा नगर निकायों को जर्जर भवनों का पता लगाने और कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी इस घटना पर दुख जताया। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा कि दीवार गिरने से बच्चों की मौत की यह दूसरी घटना है। उन्होंने कहा कि भारी वर्षा के मद्देनजर यह जरूरी है कि प्रशासन ऐसी घटनाओं को टालने के लिए जर्जर भवनों एवं दीवारों का पता लगाए।