ग्वालियर. मध्य प्रदेश ग्वालियर जिले के भंवरपुरा थाना क्षेत्र में एक नाबालिग आदिवासी लड़की के साथ आरोपियों ने गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया। वहीं अब इस मामले में पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही साथ ही आज पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार हुए आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाया है। पुलिस ने अवैध रूप से बने तीन मकानों को तोड़कर कुल 20 बीघा जमीन कब्जे से मुक्त कराई है। वहीं पीड़िता के परिवार के गांव छोड़ने की बातों का खंडन करते हुए पुलिस ने कहा है कि पीड़ित पक्ष पुलिस की निगरानी में है और उनकी पूरी मदद की जा रही है।
पुलिस ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार
दरअसल, कट्टे की नोक पर नाबालिग आदिवासी लड़की के साथ गैंगरेप का मामला काफी सुर्खियों में है। इतना ही नहीं इस मामले को लेकर प्रदेश की मोहन सरकार भी सवालों के घेरे में है। ऐसे में पुलिस प्रशासन द्वारा जल्द से जल्द आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाने का प्रयास किया जा रहा है। इसी क्रम में पुलिस ने बंटी गुर्जर, संजीव गुर्जर, आकाश गुर्जर और गुड्डा गुर्जर के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया था। अभी तक बंटी, संजीव और आकाश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और तीनों को जेल भेजा जा चुका है। इनके अलावा एक आरोपी गुड्डा गुर्जर अभी भी पुलिस की गिरफ्तार से बाहर है।
तीनों के मकानों पर चला बुलडोजर
वहीं पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने जब आरोपियों की जमीन और मकान की जांच की तो ये अवैध पाए गए। इसके बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने गांव में पहुंचकर बंटी, आकाश और संजीव के तीनों मकान को जेसीबी की मदद से तोड़ दिया। इसके साथ ही 20 बीघा सरकारी जमीन पर बने खेत से कब्जा हटाकर उसे मुक्त कराया गया। वहीं पीड़िता के परिवार के गांव छोड़ने की बात पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ऋषिकेश मीणा ने कहा कि जो परिवार है उन्हें अभी कहीं नहीं भेजा गया है, ये गलतफहमी है। परिवार पुलिस की सुरक्षा में है, पुलिस और प्रशासन की ओर से उनकी हर संभव मदद की जा रही है।