भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बुधवार को एक युवक मोबाइल टावर पर चढ़ गया। 2 घंटे की मशक्कत के बाद नगर निगम और एसडीआरएफ की टीम ने उसे जैसे-तैसे नीचे उतारा। टावर पर चढ़ा युवक नीचे उतरने को तैयार नहीं था। एसडीआरएफ की टीम ने सेफ्टी किट के जरिये उसे रस्सी से नीचे सुरक्षित उतारा। उसके बाद पुलिस ने युवक का मेडिकल कराया और अब पूरे मामले की जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि युवक मानसिक रूप से कमजोर है। वह पहले भी यही हरकत कर चुका है।
बता दें, जहांगीराबाद इलाके बुधवार को हड़कंप मच गया। यहां एक युवक अचानक जिंसी चौराहे पर लगे मोबाइल टावर पर चढ़ गया। जब तक लोग कुछ समझ पाते वह काफी ऊंचाई पर जा चुका था। उसे देख नीचे शोर-शराबा मच गया। कुछ देर बाद उस वक्त स्थिति और गंभीर हो गई जब युवक ने ऊपर जाकर अपने कपड़े भी उतार दिए। ये देख लोगों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही जहांगीराबाद पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को नीचे बुलाने की कोशिश की। पुलिस लगातार युवक को आवाज देती रही, लेकिन वह कुछ सुनने को राजी नहीं हुआ। पुलिस और पब्लिक लगातार युवक को देखते रहे।
दूसरी ओर, नगर निगम का बचाव दल भी मौके पर पहुंच गया। बचाव दल ने तत्काल जमीन पर जाल का घेरा बना दिया और पुलिस ने फिर युवक से नीचे आने की अपील की। युवक को नीचे उतारने के लिए लोगों ने पैसों का लालच भी दिया, लेकिन उसने सब अनसुना कर दिया। कई कोशिशों के बाद भी युवक नीचे नहीं उतरा। इसके बाद एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और उसकी टीम के दो जवान तत्काल सेफ्टी किट के साथ मोबाइल टावर पर चढ़ गए। उन्होंने युवक को काबू किया और एक सेफ्टी कीट पहना दी। उसके बाद उसे रस्सी के सहारे नीचे उतार लाए।
गौरतलब है कि एसडीआरएफ के जवानों से पहले नगर निगम के बचाव दल के दो कर्मचारी भी टावर पर चढ़े थे, लेकिन उनके पास सेफ्टी किट नहीं थी। उन्होंने आधे घंटे तक रस्सी के सहारे युवक को नीचे उतारने की कोशिश की, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान नगर निगम के बचाव दल के पास संसाधनों की कमी का भी खुलासा हुआ। मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारी ने बताया कि युवक का मेडिकल कराया जाएगा और उससे पूछताछ की जा रही है। युवक की पहचान इरफान के तौर पर हुई है। उसे मानसिक रूप से विक्षिप्त बताया जा रहा है। 4 साल पहले भी युवक एमपी नगर इलाके में इसी तरीके से मोबाइल टावर पर चढ़ गया था।