मध्यप्रदेश के विकास एवं महिला सशक्तीकरण पर आधारित झाँकियों का प्रदर्शन |
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भोपाल : रविवार, जनवरी 26, 2014, 16:06 IST | |
राज्यपाल श्री रामनरेश यादव ने आज गणतंत्र दिवस पर लाल परेड ग्राउण्उ पर ध्वजारोहण किया। उन्होंने परेड की सलामी ली। गणत्रंत दिवस समारोह में मध्यप्रदेश के विकास एवं महिला सशक्तीकरण पर आधारित कई विभाग की झाँकियों का प्रर्दशन किया गया।
सर्वप्रथम आदिम-जाति कल्याण विभाग की झाँकी में जनजातीय महिला सशक्तीकरण की दिशा में किये गये बहुआयामी पहल को दर्शाया गया। मध्यप्रदेश में जनजातीय महिलाओं को आर्थिक, राजनैतिक एवं सामाजिक स्तर पर सक्षम एवं सशक्त बताया गया। उद्यानिकी तथा खाद्य प्र-संस्करण विभाग ने अपनी झाँकी में मिर्च की खेती के माध्यम से मध्यप्रदेश में महिलाओं ने स्व-रोजगार और आर्थिक स्वावलंबन में की गई प्रगति को दिखाया गया।
किसान-कल्याण तथा कृषि विकास विभाग की झाँकी ‘अन्नपूर्णा’ में ग्रामीण महिला सशक्तीकरण दिखाया गया है। ख्रेल एवं युवा कल्याण विभाग ने अपनी झाँकी में वीरांगना योजना को प्रदर्शित किया। इस झाँकी में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलों में पदक विजेता भी दिखाई गई। गृह विभाग की झाँकी में महिला अपराध हेल्पलाइन 1090 के माध्यम से महिला अपराध रोकने के प्रयासों को प्रदर्शित किया गया।
जेल विभाग द्वारा कारागार में महिला सशक्तीकरण की मशाल पर आधारित झाँकी, जैव-विविधता एवं जैव-प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा ‘दादी का बटुआ’ पर आधारित झाँकी, नर्मदा घाटी विकास विभाग द्वारा महिलाओं को दिशा देती आदिवासी अंचल की सिंचाई परियोजनाएँ, पर्यटन विभाग द्वारा पर्यटन सुविधाओं का विस्तार एवं विकास पर आधारित झाँकी का प्रदर्शन किया। पशुपालन विभाग ने विभागीय योजनाओं में बढ़ती ग्रामीण महिला भागीदारी का प्रदर्शन किया।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास की झाँकी में समग्र स्वच्छता अभियान और महिला भागीदारी को प्रदर्शित किया गया। महिला-बाल विकास विभाग द्वारा तेजस्विनी परियोजना और शौर्या दल पर आधारित महिला सशक्तीकरण को दर्शाया। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय की झाँकी में मतदान में महिलाओं की भागीदारी दर्शायी गई।
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की झाँकी में ‘संपूर्ण स्वास्थ्य सबके लिये’ की अवधारणा को बताया गया। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी ने ग्रामीण महिलाओं की तकनीकी प्रशिक्षण में भागीदारी को चरितार्थ किया गया। वन विभाग की झाँकी में ग्रामीण महिलाओं के माध्यम से वनों एवं वन्य-प्राणियों के संरक्षण एवं विकास में महिलाओं को रोजगार के अवसर को प्रदर्शित किया गया। वाणिज्य, उद्योग और रोजगार विभाग द्वारा विभिन्न स्व-रोजगार योजनाओं के अंतर्गत महिलाओं की दी जा रही सुविधाओं को चित्रित किया गया।
सहकारिता विभाग द्वारा सहकारिता से समृद्धि की ओर झाँकी प्रदर्शित की गई। सामाजिक न्याय एवं नि:शक्त कल्याण विभाग द्वारा कन्यादान योजना एवं नि:शक्त कल्याण योजना को प्रदर्शित किया गया। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा पढ़ाई के साथ रोजगार, सशक्त महिलाएँ एवं उन्नत प्रदेश की झाँकी प्रस्तुत की गई। अंत में श्रम विभाग द्वारा श्रमिक महिलाओं के अधिकारों का संरक्षण से संबंधित झाँकी का प्रदर्शन हुआ। |